- पुलिस की साइबर वर्कशॉप में दिया गया सॉफ्टवेयर

- पेन ड्राइव लगाते ही खुलेगी कम्प्यूटर की कुंडली

आगरा। पुलिस लाइन में आयोजित साइबर क्लास का शनिवार को समापन हो गया। शनिवार को साइबर एक्सपर्ट ने पुलिस को एक ऐसे सॉफ्टवेयर से रूबरू कराया है, जिससे वे बुकी तक आसानी से पहुंच सकेंगे। आईपीएल शुरू हो गया है, ऐसे में सट्टा कारोबार भी अपनी जड़ें जमाना शुरू कर देगा। इस सॉफ्टवेयर से पुलिस बुकी से जुड़ी हर जानकारी हासिल कर लेगी।

सिस्टम से छेड़छाड़ पर भी मिलेगी जानकारी

सीआरसीएल (सेंटर फॉर रिसर्च साइबर क्राइम एंड साइबर लॉ ) चेयरमैन अनुज अग्रवाल ने बताया कि पुलिस को एक ऐसा सॉफ्टवेयर दिया गया है, जो बुकी के सिस्टम से उसकी पूरी कुंडली निकाल कर रख देगा। अब चाहे सिस्टम से छेड़छाड़ हो, लेकिन पुलिस को कोई दिक्कत नहीं होगी। एक पेन ड्राइव लगाते ही सबकुछ निकल कर सामने आ जाएगा।

नेटवर्क का भी लगेगा पता

आईपीएल के चलते सिटी में बुकी सक्रीय हो जाते हैं। हर बार पुलिस उन पर कार्रवाई कर मामले की इतिश्री कर लेती है, लेकिन यह पता नहीं चल पाता कि इसका नेटवर्क कितना बड़ा है। कहां-कहां इनके कॉन्टेक्ट हैं। इस सॉफ्टवेयर से इसकी जानकारी भी हो सकेगी। पता लग जाएगा कि देश के साथ विदेशों में कहां नेटवर्क फैला हुआ है।

एवीडेंस कलेक्ट के बारे में दी जानकारी

साइबर एक्सपर्ट वरुण नायर ने बताया कि पुलिस टीम को बताया गया है कि साक्ष्य कैसे जुटाए जाएं। साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल ने बताया कि डिजीटल साक्ष्य को कैसे कलेक्ट किया जाए। साथ ही उसे कैसे एनेलेसिस व कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करें, इस बारे में बताया गया। पुलिस को एक ऐसा सॉफ्टवेयर दिया गया है कि जो लाइव फोरेंसिक एवीडेंस को कलेक्ट करता है। पुलिस को इसका प्रशिक्षण दिया गया है।

ट्रेस हुआ आदमी

दिल्ली में महिला अधिकारी के साथ फ्रॉड करने वाला शातिर आखिरकार ट्रेस हो ही गया। साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल ने गूगल की मदद से उसे खोज निकाला। बस अब उसका पुलिस के हाथ में आना बाकी है। जल्द ही पुलिस को सफलता मिल सकती है। पुलिस ने इस मामले में दो-तीन लोगों को उठाया भी है।