-बिजली विभाग ने मंगायी है चार करोड़ रूपए कीमत वाली दो फाल्ट लोकेटर मशीन

-शहर में बिछाये गये अंडरग्राउंड केबल में आए दिन आ रही गड़बड़ी को पकड़ने में नाकाम है मशीन

शहर में बेहतर बिजली सप्लाई के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च होने के बावजूद बिजली विभाग बार-बार फेल हो रहा है। यहां हवा में लटकते तारों को अंडरग्राउंड करने का काम जितनी तेजी से हो रहा है, केबल में समस्याएं भी उसी तरह से आ रही हैं। अंडरग्राउंड केबल फाल्ट की तलाश के लिए पूर्वाचल विद्युत निगम ने यहां दो फाल्ट लोकेटर मशीनें खरीदी हैं। इस मशीन के जरिए बड़े से बड़ा फाल्ट दो मिनट में खोजा सकता है। फिर भी अफसरों के लिए बगैर खोदाई के केबल फॉल्ट ढूढ़ पाना मुश्किल हो रहा है। ये मशीनें फाल्ट को खोजने में नाकाम साबित हो रही हैं।

ऐसे काम करता है फाल्ट लोकेटर

फाल्ट लोकेटर मशीन इलेक्ट्रोमैगनेटिक डिवाइस तकनीक पर काम करती है। मैकेनिक एप्रेटर अंडरग्राउंड लाइन के किनारे लेकर चलेगा। साथ ही कान में ईयरफोन भी लगाये रहेगा। इलेक्ट्रोमैगनेटिक डिवाइस मशीन का संपर्क सीधा ईयरफोन से होगा। अंडरग्राउंड केबल में जहां भी फाल्ट रहेगा वहां केबल के अंदर की स्पार्किंग की तेज आवाज ईयरफोन में सुनाई देगी। मैकेनिक उसी स्थान पर फाल्ट पकड़कर मरम्मत कर देगा। इस मशीन की सबसे खास बात ये है कि यह 3.5 किमी तक के फॉल्ट को डिडेक्ट कर सकता है।

35 फीसदी हिस्से में अंडरग्राउंड सिस्टम

बनारस में बिजली व्यवस्था को स्मार्ट बनाने के लिए पावर कारपोरेशन ने पूरी ताकत लगा दी है। एक तरफ जहां आईपीडीएस योजना के तहत भूमिगत वायर डाले जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर एसटी व एलटी केबल अंडरग्राउंड किए जा रहे हैं। शहर का करीब 35 फीसदी हिस्सा अंडरग्राउंड केबलिंग से लैस हो चुका है। जिसके बाद समस्याएं भी आने लगी है।

फाल्ट ने बढ़ा दी परेशानी

अंडरग्राउंड केबल में फाल्ट होने पर पूरे इलाके की बिजली सप्लाई बंद हो जा रही है, जिससे पब्लिक को परेशानी हो रही है। जहां कहीं भी बड़ा फाल्ट आ रहा है उसे दूर करने में कर्मचारियों के पसीने छूट जा रहे हैं। पिछले दिनों 33 केवी मछोदरी उपकेन्द्र पर आए केबल फाल्ट को दूर करने में बिजली विभाग को 32 घंटे लग गए। वहीं करीब तीन माह पहले महमूरगंज क्षेत्र में नगर निगम उपकेन्द्र पर आयी समस्या की वजह से 28 घंटे से ज्यादा समय तक लोग अंधेरे में डूबे रहे। जबकि दो मिनट में फाल्ट पकड़ने वाली मशीन गड़बड़ी खोजने में नाकाम रही। यहां फाल्ट न मिलने से पूरी लाइन को फिर से खोदना पड़ा था।

एक नजर

2

करोड़ है एक मशीन की कीमत

2

मशीनें हैं बिजली विभाग के पास

3

लाख से ज्यादा हैं बिजली कन्ज्यूमर

35

फीसदी क्षेत्र में अंडरग्राउंड केबल

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ऐसा नहीं कि फाल्ट लोकेटर मशीन काम नहीं करती। इसकी अपनी एक क्षमता है। पिछले दिनो मछोदरी क्षेत्र में बड़ा फॉल्ट होने की वजह से बहुत ज्यादा समय लगा था।

दीपक अग्रवाल, एसई, पीवीवीएनएल