रांची (ब्यूरो)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को टीम इंडिया के सबसे सफलतम कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी और तीरंदाज दीपिका कुमारी की तारीफ की। रांची विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए श्री कोविंद ने कहा कि धौनी और दीपिका कुमारी पर उन्हें नाज है। बता दें रांची से आने वाले महेंद्र सिंह धोनी इकलौते ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने विश्व क्रिकेट में इतना नाम कमाया। एक छोटे से शहर से आए माही क्रिकेट की दुनिया के सरताज बने। धोनी की कप्तानी में ही भारत ने 2007 में टी-20 वर्ल्डकप और 2011 में वनडे वर्ल्डकप अपने नाम किया था।
रविवार को राष्ट्रपति संग माही ने किया डिनर
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी इन दिनों अपने घर रांची में हैं। माही ने क्रिकेट से एक लंबा ब्रेक लिया है और इस समय पूरा वक्त परिवार के साथ बिता रहे। रविवार को धोनी अपने परिवार संग राजभवन पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। बता दें राष्ट्रपति इन दिनों तीन दिवसीय दौरे पर रांची पहुंचे हैं। रविवार को राष्ट्रपति ने धोनी के परिवार को डिनर पर इनवाइट किया था। ऐसे में माही अपनी पत्नी साक्षी और बेटी जीवा संग राजभवन पहुंचे।धोनी ने रात में अपनी पत्नी साक्षी और बेटी जीवा के साथ राजभवन में राष्ट्रपति से मुलाकात की। सभी ने राजभवन में ही सादा शाकाहारी भोजन किया। यह एक शिष्टाचार भेंट थी।
रामनाथ कोविंद ने धोनी को दिया था पद्म भूषण
एमएस धोनी को पिछले साल ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों पद्म भूषण अवार्ड मिला था। इस सम्मान को ग्रहण करने आए भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान धोनी ने लेफ्टिनेंट कर्नल का ड्रेस पहना था और इस ड्रेस में उन्होंने इस सम्मान को ग्रहण किया। पद्मभूषण को देश का तीसरा सबसे बड़ा सम्मान कहा जाता है। भारत को 1983 के बाद 2 अप्रैल 2011 में धोनी ने दूसरी बार क्रिकेट का विश्व चैंपियन बनाया था। ये एक संयोग है कि धोनी को इसी यादगार दिन ये सम्मान हासिल हुआ था।
दीक्षांत समारोह में आए थे राष्ट्रपति
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस दौरान रांची विश्वविद्यालय की बेटियों की भी तारीफ की। राष्ट्रपति ने 47 लड़कियों को गोल्ड मेडल प्रदान किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि बेटियां आगे बढ़ रही हैं। खूब पढ़ रही हैं। बेटियों के बेहतरीन प्रदर्शन से भारत के स्वर्णिम भविष्य की झलक मिलती है। उन्होंने कहा कि झारखंड में बेस्ट टैलेंट है, जो राष्ट्रीय फलक पर बेहतर कार्य करेंगे। देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे। राष्ट्रपति नें कहा कि धरती बिरसा मुंडा, तिलका मांझी, सिदो-कान्हो की धरती पर आकर गर्व महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि झारखंड में कई संस्थाएं बेहतर काम कर रही हैं। इसमें योगदा आश्रम और रामकृष्ण मिशन ऐसे संस्थान हैं, जहां सभी छात्रों को जाना चाहिए। दीक्षांत समारोह को राष्ट्रपति के अलावा झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी संबोधित किया।
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