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RANCHI: यूनिवर्सिटी टीचर्स के लिए नया साल बड़ा तोहफा लेकर आने वाला है। यूनिवर्सिटी और पीजी डिपार्टमेंट्स में पढ़ा रहे शिक्षकों को देर से ही सही पर अब प्रोमोशन मिलेगा। 31 दिसंबर 2013 तक जिन्होंने ओरिएंटेशन व रिफ्रेशर कोर्स कर लिया है, उन्हें प्रोमोशन दिया जाएगा। इसके लिए उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है। इसकी कॉपी सभी यूनिवर्सिटीज को भेज दी गई है।

नव अंगीभूत में भी लागू
शिक्षकों को प्रोमोशन भूतलक्षी प्रभाव से मिलेगा। इससे सबसे ज्यादा वर्ष 1993 व 1996 में नियुक्त हुए शिक्षकों को लाभ मिलेगा। इन वर्षों में नियुक्त अधिकतर शिक्षक नियुक्ति के 22-25 वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रोमोशन से वंचित हैं। लगभग 10 प्रतिशत शिक्षकों को प्रोमोशन भी मिला है, लेकिन उसमें भी विसंगतियां हैं। इसके अलावा नव अंगीभूत कॉलेज में नियमानुसार नियुक्त शिक्षकों को भी प्रोमोशन का लाभ दिया जाएगा।

पांच साल बढ़ी कोर्स की अवधि
विश्वविद्यालय सेवा आयोग और कॉलेज सेवा आयोग के माध्यम से नियुक्त शिक्षकों को करियर एडवांसमेंट स्कीम (कैस) के तहत प्रमोशन दिया जाना था। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा 20 नवंबर 2011 को संकल्प पत्र जारी किया गया था। इस पत्र में ओरिएंटेशन और रिफ्रेशर कोर्स की समय सीमा 31 दिसंबर 2008 निर्धारित की गई थी। लेकिन निर्धारित तिथि तक रिफ्रेशर और ओरिएंटेशन कोर्स नहीं करने वाले शिक्षक प्रोमोशन के लाभ से वंचित थे। अब ओरिएंटेशन और रिफ्रेशर कोर्स की समय सीमा बढ़ाकर वर्ष 2013 कर दी गई है।

हाई कोर्ट के निर्देश के बाद हुआ फैसला
हाईकोर्ट के निर्देश पर उच्च शिक्षा एवं तकनीकी विभाग द्वारा हाई लेवल कमेटी गठित की गई थी। कमेटी द्वारा रिपोर्ट सौंप दी गई थी, जिसमें 2013 तक ओरिएंटेशन कोर्स करने वाले शिक्षकों को प्रोमोशन देने की सिफारिश की गई थी। रिपोर्ट को उच्च शिक्षा ने स्वीकृति प्रदान कर दी थी। इसके बाद उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।

'अब और विलंब नहीं होना चाहिए'
फुटाज के प्रवक्ता डॉ एसएम अब्बास ने विभाग द्वारा जारी नोटिफिकेशन का स्वागत करते हुए कहा कि इसमें काफी विलंब हो चुका है। दूसरे राज्य के विश्वविद्यालयों में शिक्षकों को समय पर प्रमोशन मिलता है। अब विलंब नहीं होना चाहिए, क्योंकि इसका सीधा प्रभाव शिक्षकों के करियर पर पड़ रहा है। नियुक्ति के 22 वर्ष बीत जाने के बाद भी असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।