RANCHI: नन बैंकिंग कंपनियों के चेयरमैन व डायरेक्टर की संपत्तियों को जब्त कर गरीब निवेशकों के पैसे लौटाओ। वर्ना अपनी गाढ़ी कमाई गंवाने वाले लोग हथियार उठा कर नक्सली बनने को विवश हो जाएंगे। ये आवाज सोमवार को राजभवन के पास गूंजती रही। निवेशक सुरक्षा समिति के बैनर तले विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में नन बैंकिंग कंपनियों के एजेंट्स राजभवन के पास प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के बाद छह सूत्री मांग पत्र राज्यपाल और सीएम के नाम सौंप कर गुहार लगाई गई है कि राज्य के गरीब निवेशकों का पैसा वापस दिलाया जाए।
पुतला दहन कर जताया विरोध
मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, पी चिदंबरम, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, सेबी और आरबीआई के चेयरमैन का पुतला भी दहन किया गया।
क्या हैं मांगें
-ओडि़शा की तर्ज पर सभी नन बैंकिंग कंपनियों में फंसे निवेशकों के पैसे दिलाने के लिए विशेष कोर्ट का गठन हो
-नन बैंकिंग कंपनियों से पीडि़त निवेशकों के लिए राहत कोष बनाया जाए
-सभी नन बैंकिंग कंपनियों के डायरेक्टर व चेयरमैन की संपत्ति जब्त कर निवेशकों के पैसे वापस किए जांए
-नन बैंकिंग एजेंटों की गिरफ्तारी बंद हो
-बेरोजगार नन बैंकिंग एजेंटों को रोजगार मिले
वर्जन
नन बैंकिंग कंपनियों के चेयरमैन और डायरेक्टर की गिरफ्तारी और उनकी संपत्ति जब्त कर गरीब जनता के पैसे वापस किए जाएं। हमारी ये मांग पिछले दो साल से है। झारखंड हाईकोर्ट ने भी निवेशकों का समर्थन करते हुए कहा था कि सीबीआई जांच कराई जाए, लेकिन राजनीति के कारण कोई जांच नहीं हुई।
-जावेद अख्तर, अध्यक्ष, नन बैंकिंग अभिकर्ता व निवेशक सुरक्षा समिति