-ऑफ बैंक बड़ौदा में लड़कियों व महिलाओं ने बोला धावा

-गार्ड और रिसेप्शनिस्ट की पिटाई के बाद बैंक के अंदर तोड़फोड़

-महिला थाने की पुलिस ने संभाली कमान, सबको दबोचा

ALLAHABAD: सुबह के सवा दस बजे थे। सिविल लाइंस एरिया में स्थित बैंक आफ बड़ौदा के मेन ब्रांच में कर्मचारी आफिस में अपने रूटीन वर्क में जुटे थे। तभी अचानक दो लड़कियां दो महिलाओं के साथ पहुंचीं और हंगामा शुरू कर दिया। उनका उग्र रूप देखकर बैंक में हड़कंप मच गया। इससे पहले कि किसी को कुछ समझ आता, वहां मारपीट की नौबत आ गई। बैंक वालों ने पुलिस को बुलाया। महिला थाने की पुलिस वहां पहुंची और किसी तरह स्थिति कंट्रोल कर उन्हें पकड़कर महिला थाने ले गई।

गार्ड को पीटते हुए पहुंचीं अंदर

बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय प्रबंधक आरपी त्रिपाठी ने बताया कि सवा दस बजे दो महिलाएं और दो लड़कियां बैंक पहुंचीं। वो पहले गेट पर लगे गार्ड त्रिकाल नाथ को पीटने लगीं। उसके बाद वे बैंक में घुस गई। वे सीधे क्षेत्रीय प्रबंधक के चेम्बर में जाना चाहती थीं। रास्ते में रिसेप्शनिस्ट ने उन्हें रोका तो महिलाओं ने उसपर भी अपना गुस्सा उतार दिया। उसका बाल पकड़कर पीटने लगीं। उसने शोर मचाया तो बैंक वाले आ गए। आरोप है कि बैंक का कंप्यूटर भी नीचे गिरा दिया। बैंक वालों ने तत्काल इसकी जानकारी पुलिस को दी।

महिला पुलिस ने संभाली कमान

सिविल लाइंस पुलिस के साथ-साथ महिला थाने की पुलिस भी वहां पहुंच गई। पुलिस उन्हें समझाने की कोशिश करती रही लेकिन वो मानने को तैयार नहीं थीं। आफिस के अंदर बिखरा सामान और चूडि़यां बता रही थीं कि कुछ देर पहले यहां क्या हुआ होगा। बैंक वालों का कहना था कि औरतों की सारी हरकतें सीसीटीवी कैमरे में कैद है।

दहशत में थी युवतियां

बैंक में चार युवतियां भी काम करती हैं। फ‌र्स्ट टाइम उनकी लाइफ में ऐसा सीन देखने को मिला। एक लड़की को थप्पड़ भी पड़ा था। वह इस घटना से सहम गई थी। खुद को नहीं समझा पा रही थी कि ये क्यों हुआ। वहीं बैंक वाले उन्हें सांत्वना देने की कोशिश कर रहे थे।

-----

महिलाओं ने सुनाई आपबीती

महिला थाने में महिलाओं ने अपना दर्द मीडिया से शेयर किया। बैंक कर्मचारी आरएन पाठक की वाइफ सुमित्रा ने बताया कि वह कौशांबी डिस्ट्रिक्ट में रहती है। कुछ सालों से उनके पति को बैंक के आरएम लगातार उत्पीड़न कर रहे हैं। हमेशा ही जानबूझ कर उनकी पोस्टिंग शहर से दूर किया जाता रहा है। कुछ माह पहले उनकी पोस्टिंग देवघाट में कर दी गई। वहां पर उनकी तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद वह गांव में अपनी जवान लड़कियों को छोड़कर पति की देखरेख में चली गई। फिर बीच में उनकी बेटी की तबीयत खराब हो गई। उसे लखनऊ सहारा हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। इसके लिए उसके पति ने मेडिकल लगाया था। बिना उनके गए वहां पर ट्रीटमेंट नहीं हो रहा था। सुमित्रा ने आरोप लगाया कि सोमवार को उनके पति बैंक गए थे। आरएम से मिले और बताया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है। कहीं दूसरी जगह उनकी पोस्टिंग कर दी जाए। आरोप है कि बैंक आफिसर ने इस बात पर उन्हें भला बुरा कहा और साफ कर दिया कि किसी भी कंडीशन में इलाहाबाद शहर में पोस्टिंग नहीं होगी। इस बात से क्षुब्ध होकर वह घर पहुंचे तो बीमार पड़ गए। यह देख उनकी वाइफ सुमित्रा अपनी बहू रश्मि और दोनों बेटियों श्वेता और माया को लेकर शहर चल दी। वे बैंक में पहुंचीं। उन्हें आरएम से मिलने नहीं दिया जा रहा था। जब उन्होंने विरोध जताया तो बैंक वाले ले खुद ही अपना कंप्यूटर नीचे गिरा दिए और शोर मचा दिए कि हमने तोड़फोड़ की है। बाद में पहुंची पुलिस सबको पकड़कर थाने ले आई।

बैंक का एक कर्मचारी आरएन पाठक है। वह कई महीनों से अब्सेंट है। उसकी पोस्टिंग देवघाट में है। उसकी वाइफ और बच्चे आकर शहर में पोस्टिंग के लिए हंगामा कर रहे थे। पुलिस को सूचना दे दी गई है।

आरपी त्रिपाठी

क्षेत्रीय प्रबंधक

बैंक आफ बड़ौदा

बैंक वालों की तहरीर पर आईपीसी की धारा क्ब्7, फ्ख्फ्, भ्0ब् और ब्ख्7 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।

सिविल लाइंस पुलिस