- सड़क पर कैंपेनिंग की वजह से आस-पास के एरियाज में लगा रहा जाम

- डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन के दौरान आम लोगों को पड़ा झेलना

GORAKHPUR: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में दस साल बाद हुआ छात्रसंघ चुनाव आम जनता के लिए टेंशन का सबब बन गया। एक तरफ तो कैंपस में चुनाव चल रहा था, वहीं बाहर आम जनता मुश्किलें झेल रही थी। रूट डायवर्जन होने के चलते कई जगहों पर लोग जाम में घंटों फंसे रहे। दोपहर बाद स्कूलों की छुट्यिां हो जाने के बाद तो हालत और खराब हो गई। वहीं छात्रसंघ चुनाव के दौरान निकलते जुलूसों ने इस परेशानी में और इजाफा किया।

सुबह से ही लगा जमावड़ा

गोरखपुर यूनिवर्सिटी का इलेक्शन सुबह नौ बजे से तय था। प्रत्याशी और उनके समर्थक सुबह छह बजे से ही जुटना शुरू हो गए। नौ बजते-बजते यूनिवर्सिटी के आस-पास की सड़क प्रत्याशी और उनके समर्थकों से भर गई। इस दौरान शुरुआत से ही सभी कैंडिडेट्स के समर्थकों ने अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने शुरू कर दिए। कई प्रत्याशी और उनके बड़ी तादाद में समर्थकों की वजह से वहां भीड़ लग गई और वहां जाम की स्थित पैदा हो गई। इस दौरान बच्चों को स्कूल छोड़ने आए पेरेंट्स को अपनी राह बदलनी पड़ी।

सपोर्टर्स कैंपेन ने दिया पेन

सिविल लाइंस और हरिओम नगर की तरफ बड़ी तादाद में स्कूल और कोचिंग सेंटर्स मौजूद हैं। इलेक्शन का सबसे ज्यादा साइड इफेक्ट इधर ही देखने को मिला। यहां कैंडिडेट्स के सपोर्टर्स की कैंपेनिंग लोगों के लिए सिरदर्द बन गई। कैंपेनिंग की वजह से सड़कों पर उनका कब्जा हो गया, जिससे लोगों को अपने बच्चों को पहुंचाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। पांच मिनट में तय किए जाने वाले रास्ते को पूरा करने में उन्हें 20 मिनट समय बर्बाद करना पड़ा। यही हाल स्कूलों की छुट्टी के वक्त रहा। इस दौरान भीड़ कई गुना ज्यादा बढ़ जाने से लोगों को और भी मुसीबत झेलनी पड़ी।

डायवर्जन ने बढ़ाई परेशानी

एक तरफ कैंडिडेट्स के सपोर्टर्स ने लोगों के सामने मुश्किलें खड़ी कर रखी थी। वहीं ट्रैफिक पुलिस की ओर से किया गया डायवर्जन लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गया। यूनिवर्सिटी चौराहे से आने-जाने वाली गाडि़यों पर जहां रोक लगा दी गई थी, वहीं छात्र संघ की ओर से भी गाडि़यों की एंट्री पूरी तरह से बैन थी। इसके अलावा गोरखपुर क्लब की ओर जाने वाली रोड पर भी बैरिकेडिंग लगा दी गई थी। जिन लोगों को सिविल लाइंस जाना था, वह पार्क रोड होकर सिविल लाइंस पहुंचे। इसकी वजह से सड़क पर दबाव और बढ़ गया और लोगों को ज्यादा मुश्किलें फेस करनी पड़ी।

यहां लोग ज्यादा हुए परेशान

हरिओम नगर,

बॉक्स

खूब उड़ी आचार संहिता की धज्जियां

इलेक्शन के दिन यूं तो चुनाव प्रचार पूरी तरह से बंद रहता है। मगर यूनिवर्सिटी इलेक्शन में आचार संहिता को ताक पर रखकर उसकी खूब धज्जियां उड़ाई गई। पुलिस की मौजूदगी में कैंपेनिंग कर रहे समर्थकों ने सड़कों पर जुलूस निकाल खूब नारेबाजी की। इस दौरान उन्होंने खूब पर्चियां भी उड़ाई। पुलिस भी बार-बार चिल्लाती रही कि यह आचार संहिता के खिलाफ है, मगर समर्थकों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।

बॉक्स-2

सुबह करीब 10.30 बजे छात्रसंघ चौराहे पर छात्रसंघ चुनाव का जायजा लेने पहुंची डीएम और एसएसपी की गाड़ी पर छात्रनेताओं के समर्थकों ने पैंपलेट फेंक दिया। इस पर डीएम ने नाराजगी जताई और आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए डीडीयूजीयू की तरफ निकल पड़ीं। इसी दौरान छात्र हूटिंग करने लगे। पहले तो पुलिस उन्हें समझाने की कोशिश की। तभी एक युवक ने पथराव कर दिया। मामला बिगड़ता देख पुलिस का सब्र टूट गया और छात्रों को दौड़ाकर उन पर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं। इन सबमें एक पूर्व छात्रनेता घायल हो गया।