- पीएमसीएच के कोरोना आइसोलेशन वार्ड में थे एडमिट

- एक पेशेंट को इंसेफलाइटिस तो दूसरे को सांस से संबंधित थी गंभीर बीमारी

PATNA : कोरोना दहशत का पर्याय बन गया है। यह बात उन दो पेशेंट पर सटीक बैठती है जो पीएमसीएच के कोरोना आइसोलेशन वार्ड में एडमिट थे और बमुश्किल यहां 24 घंटे भी नहीं बिता सके। उनकी मौत हो गई। उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई।

लक्षणों के आधार नहीं हुआ ट्रीटमेंट

सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब दोनों ही पेशेंट गंभीर बीमारी से पीडि़त थे तो उसका इलाज किए बगैर उन्हें कोरोना का सस्पेक्टेड पेशेंट कैसे मान लिया गया। क्योंकि, यदि तुरंत इन्हें पहले से मौजूद बीमारी को इसके लक्षणों के आधार पर ट्रीटमेंट मिलता तो शायद आज स्थिति कुछ और ही होती। लेकिन ऐसा यहां उनकी देखरेख में लगे स्टाफ मानते है कि दोनों कोरोना के नाम से ही बहुत भयभीत हो गए थे। इसमें मुजफ्फरपुर के पेशेंट अंशुल रसूल (60), जो कि यहां के एसकेएमसीएच से रेफर होकर आया था, वह सीओपीडी यानि सांस की गंभीर बीमारी से पीडि़त था। जबकि दूसरा पेशेंट बेगूसराय के मो। इस्लाम (80) इंसेफलाइटिस से पीडि़त था। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब दोनों ही पेशेंट गंभीर बीमारी से पीडि़त थे तो उसका इलाज किए बगैर उन्हें कोरोना का सस्पेक्टेड पेशेंट कैसे मान लिया गया। क्योंकि यदि तुरंत इन्हें पहले से मौजूद बीमारी को इसके लक्षणों के आधार पर ट्रीटमेंट मिलता तो शायद आज स्थिति कुछ और ही होती।

फ्लू काउंटर पर हुई थी स्क्रीनिंग

पीएमसीएच के डॉक्टरों ने बताया कि बुधवार को बेगूसराय और मुजफ्फरपुर से आने वाले दोनों पेशेंट की स्क्रीनिंग फ्लू काउंटर पर की गई थी। जिसमें पता चल गया था कि ये लोग अन्य बीमारियों से पीडि़त हैं मगर एडमिट होने के बाद कोरोना के लक्षण पेशेंट में दिखने लगे। जिसके बाद उन्हें कोरोना के लिए बने आईसोलेशन में भर्ती किया गया।

देर रात आई रिपोर्ट

अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि बेगूसराय के मो। इस्लाम और मुजफ्फरपुर के पेशेंट अंशुल रसूल की मौत के बाद सैंपल आरएमआरआई भेजी गई। वहां से देर रात रिपोर्ट आई। दोनो ही रिपोर्ट निगेटिव थी। शुक्रवार को औपचारिकता पूरी करने के बाद शव परिजनों को सौंप दी गई।

रिपोर्ट के लिए 18 घंटे इंतजार

पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती दो कोरोना सस्पेक्टेड की मौत के बाद रिपोर्ट के इंतजार में 18 घंटे तक शव को अस्पताल परिसर में रखा गया था। देर रात रिपोर्ट आने के बाद सुबह 10.30 मिनट पर लाश को परिजनों को सौंपा गया है। बताते चलें कि दोनों ही पेशेंट की मौत गुरुवार को तकरीबन 4 बजे के आसपास 15 मिनट के अंतराल पर हुई थी।

मो। इस्लाम इंसेफलाइटिस और अंशुल रसूल सीओपीडी जैसी बीमारी से पीडि़त था। कोरोना के लक्षण दिखने पर दोनों को आइसोलेशन में रखा गया था। मगर शुक्रवार को दोनो की मौत हो गई।

- डॉ। बिमल कुमार कारक, अधीक्षक पीएमसीएच