भरतपुर (एएनआई)। राजस्थान गुर्जर समुदाय के कोर कमेटी के एक सदस्य हरदेव सिंह पावटा ने कहा कि इस बार हमारा कोई प्रतिनिधिमंडल सरकार से बात करने कहीं नहीं जाएगा। यदि कोई हमसे बात करना चाहता है तो उसे रेलवे ट्रैक पर ही आकर हमसे मिलना होगा। पिछले साल परवरी के मध्य में पुलवामा हमले के मद्देनजर हमने अपना प्रदर्शन बीच में ही छोड़ दिया था। दो साल तक हमने सरकार के निर्णय का इंतजार किया लेकिन हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया। इस बार हम सरकार के साथ बंद दरवाजों के पीछे कोई बात नहीं करेंगे।

गुर्जर समुदाय में दो फाड़, एक सहमत दूसरा आंदोलन पर आमादा

इस बीच रिपोर्ट है कि गुर्जर समुदाय में दो फाड़ हो गया है। हिम्मत सिंह गुर्जर के नेतृत्व में एक धड़ा गुर्जर रिजर्वेशन कमेटी 14 मुद्दों पर राजस्थान सरकार के साथ बातचीत करके सहमत हो गया है। जबकि गुर्जर नेता विजय बैंसला के नेतृत्व में दूसरा धड़ा अब भी विरोध प्रदर्शन कर रहा है। विजय बैंसला ने पहले कहा कि युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। उनमें गुस्सा है। हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हमने गहलौत जी से बात की लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है।

अति पिछड़ा वर्ग के तहत ओबीसी में एक प्रतिशत आरक्षण

राजस्थान सरकार ने 26 अक्टूबर, 2018 को अदर बैकवर्ड क्लास (ओबीसी) का कोटा 21 प्रतिशत से बढ़ाकर 26 प्रतिशत कर दिया था। दिसंबर 2018 में भी राजस्थान सरकार ने गुर्जर तथा चार अन्य पिछड़ी जातियों के लिए एक प्रतिशत आरक्षण को मंजूरी दी थी। इन समुदायों को आरक्षण की वैध सीमा 50 प्रतिशत के तहत ही अति पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण का प्रावधान कर दिया गया।

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