मिसाइल प्रणाली विकसित

कल भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच कई बड़े अहम समझौतों पर हस्ताक्षार हुए। ये समझौते दोनों देशों के हितों को देखते हुए लिए गए। सबसे खास बात तो यह है कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के एजेंडे में डिफेंस डील सबसे ऊपर है। रूस की अग्रणी कंपनी अलमाजआंते रिलायंस डिफेंस लिमिटेड और एयर डिफेन्स मिसाइल प्रणाली विकसित करती है। ऐसे में अब उसने एक ऐलान बड़ा ऐलान किया है। उसने अब भारतीय सुरक्षा सामग्री निर्माण करने का फैसला किया है। कंपनी का कहना है कि भारतीय रक्षा बलों के लिए आवश्यक हवाई रक्षा मिसाइल व राडार प्रणालियों की संपूर्ण रेंज पर मिलकर काम किया जाएगा। अलमाजआंते ने एस-400 ट्रायंफ हवाई रक्षा प्रणाली को बड़े स्तर पर विकसित किया है।

टीओआर-1एम मिसाइल प्रोग्राम

जिसे भारत करीब 40,000 करोड़ रूपये में खरीदने की तैयारी कर रहा है। वहीं भारतीय सुरक्षा सामग्री निर्माण की इस बड़ी डील पर रिलायंस के प्रमुख अनिल अंबानी काफी खुश हैं। उनका कहना है कि यह नई पहल दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। उनका कहना है कि दोनों पक्षों ने एयर डिफेन्स मिसाइल प्रणालियों की पहचान की है जिसमें टीओआर-1एम मिसाइल प्रोग्राम शामिल है। इसके अलावा राडार व ऑटोमेटेड कंट्रोल सिस्टम्स भी मुख्य रूप से शामिल है। सबसे खास बात तो यह है कि इसके साथ ही मेक इन इंडिया के तहत साझीदारी भी की जाएगी।

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