--प्रारंभिक रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस भी तैयार कर रही रिपोर्ट, जांच के लिए बनी थी विशेष टीम

---चार दिसंबर को लगी थी आग, 700 कुर्सियां जलकर हुई थी खाक

रांची : विधानसभा भवन में अगलगी मामले में पुलिस को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (एफएसएल) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट दे दी है। रिपोर्ट में अगलगी का कारण शॉट सर्किट बताया गया है। यह रिपोर्ट घटनास्थल से जब्त किए गए सामानों और एकत्र नमूने के आधार पर तैयार किया गया है। एफएसएल अब इस रिपोर्ट के बाद एक और रिपोर्ट पुलिस को देगी। चार दिसंबर की शाम हुई अगलगी के बाद घटनास्थल से एफएसएल की टीम ने कई नमूने एकत्र किए थे। विधानसभा भवन के ग्राउंड फ्लोर और फ‌र्स्ट फ्लोर के पावर रूम, स्वीच बोर्ड, इलेक्ट्रिक सर्किट, इंटिगे्रटेड इंटेलिजेंट बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम सहित कई उपकरणों की गहनता से जांच की गई थी। बता दें कि अगलगी के बाद फिर से कंस्ट्रक्शन कंपनी ने पूरे भवन को रेनोवेट कर तैयार कर लिया है।

मीटिंग कर लौटे थे अधिकारी

चार दिसंबर की शाम साढ़े सात बजे अधिकारियों और साइट इंचार्ज की एक मीटिंग हुई थी। लोग वहां से निकले। इसके बाद साइट में लगे सुरक्षा गार्ड और मजदूरों ने गेट को बंद कर दिया। कुछ देर के बाद अचानक धुआं उठने लगा था। फायर सेफ्टी सिस्टम से आग बुझाने की कोशिश की गई थी। इस बीच आग ने और भयावह रूप ले लिया था। इसके बाद घटना की जांच करने पुलिस के अधिकारी और एफएसएल की टीम पहंची थी। इसकी जांच के लिए एसएसपी अनीश गुप्ता ने एक विशेष टीम बनाई थी। यह टीम भी एक रिपोर्ट तैयार कर रही है।

विपक्ष की लॉबी और पत्रकार दीघा खाक

झारखंड विधानसभा के नए भवन के पश्चिमी हिस्से में हुई अगलगी से पहले तल्ले पर फैली आग ने कई हिस्सों को चपेट में ले लिया था। विपक्ष की लॉबी और प्रेस दीर्घा का काफी नुकसान पहुंचा है। वहां रखी करीब 700 कुर्सियां, टेबल और सोफा जलकर खाक हो गए हैं। अग्निशमन दस्ते की लगभग दर्जन भर गाडि़यों को आग बुझाने के लिए घंटों मशक्कत करनी पड़ी। विधानसभा के नए भवन उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 सितंबर को किया था। इसके बाद 13 सितंबर को इसमें एकदिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया था।