सहानुभूति दिखा खेल रहे जिंदगी से
रेलवे स्टेशन पर एक्टिव रिक्शे वालों का यह गैंग ट्रेन से आने जाने वाले हर पैसेंजर्स पर निगाह रखता है। इन गैंग की मेन निगाह बीमार या परेशान लोगों पर रहती है। जैसे ही ये लोग उन्हें नजर आते हैं, वे मददगार बन उनके पास पहुंच जाते है। पूरी सहानुभूति दिखा वे उन्हें डॉक्टर के पास ले जाते हैं। मगर ये डॉक्टर स्पेशलिस्ट नहीं बल्कि झोलाछाप होते हैं और वे मरीज का इलाज करने के बजाए उन्हें ठगी का शिकार बना लेते हैं, जिसमें रिक्शे वालों का भी शेयर होता है। कई बार एड्रेस न मालूम होने पर जैसे ही लोग डॉक्टर के बारे में पूछते हैं तो तुरंत रिक्शे वाले उन्हें आउट ऑफ स्टेशन बता कर दूसरे बेस्ट डॉक्टर की क्लीनिक ले जाने की बात कहते हैं। बीमारी से परेशान मजबूर लोग रिक्शेवालों की बात पर बिलीव कर ठगी का शिकार हो जाते हंै।

डॉक्टर भी कर रहे अवेयर
डॉक्टर्स के नाम पर चल रहे ठगी के खेल के बाद पुलिस भले ही एक्टिव न हुई हो, पर डॉक्टर ने लोगों को अवेयर करना शुरू कर दिया है। सिटी के कई फेमस डॉक्टर ने अपनी क्लीनिक के बाहर ऐसे रिक्शे वाले गैंग के प्रति अवेयर रहने के लिए बोर्ड लगा रखा हैं। बोर्ड पर साफ लिखा है कि रिक्शे वालों की बात पर डॉक्टर के नाम पर बिलीव न करें।

पुलिस के हाथ भी लग चुके हैं ऐसे गैंग
सिटी में यह खेल किस लेवल पर चल रहा है इसका अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि अनएक्टिव दिखने वाली पुलिस भी ऐसे ही एक गैैंग को पहले पकड़ चुकी है। कुछ माह पहले कोतवाली पुलिस ने एक झोलाछाप डॉक्टर को पकड़ा था, जिसके पास से कई स्पेशलिस्ट डॉक्टर का लेटर हेड के साथ दवा भी मिली थी। साथ ही डॉक्टर के इस खेल में रिक्शे वाले मिले थे, जो स्टेशन से स्पेशलिस्ट डॉक्टर के नाम पर मरीजों को लेकर यहां आते थे।

सबसे अधिक इन बीमारियों में होती है ठगी
-मेंटल डिजीज
-गैस्ट्रो प्रॉब्लम
-टीबी की प्रॉब्लम
-न्यूरो प्रॉब्लम
-हार्ट प्रॉब्लम

 

report by : kumar.abhishek@inext.co.in