RANCHI: राजधानी के लोग पावर कट की समस्या से परेशान हैं। ऐसे में हार्ट ऑफ द टाउन में चल रहे सदर हॉस्पिटल में भी पावर कट से परेशानी होती है। लेकिन अब हॉस्पिटल में पावर कट से किसी तरह का काम प्रभावित नहीं होगा। हॉस्पिटल के ऊपर रूफ टॉप सोलर प्लांट लगाने का काम चल रहा है। इससे 24 घंटे पावर की सप्लाई होगी। वहीं अपना प्लांट चालू हो जाने से प्रबंधन को बिजली के भारी भरकम बिल से छुटकारा मिल जाएगा।

180 किलोवाट का होगा सोलर प्लांट

ग्रीन एनर्जी का यूज करने को लेकर सरकार गंभीर है। इसी के तहत सिटी के सरकारी भवनों पर रूफ टॉप सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं। जहां सोलर एनर्जी से पावर जेनरेट होगा। सदर में 180 किलोवाट का सोलर प्लांट का काम अंतिम चरण में है। प्लांट से 18 लाख वाट बिजली का उत्पादन हो सकेगा। इससे हॉस्पिटल की जरूरत की बिजली मिल सकेगी। ऐसे में पावर पर हॉस्पिटल की निर्भरता खत्म हो जाएगी।

24 घंटे नन स्टॉप पावर सप्लाई

हॉस्पिटल में 24 घंटे पावर की जरूरत होती है। ऑपरेशन से लेकर टेस्ट के लिए भी मशीनों में पावर की जरूरत पड़ती है। ऐसे में कई बार पावर कट से ऑपरेशन कुछ देर के लिए रुक जाते हैं। वहीं अन्य सेवाएं भी रोकनी पड़ती हैं। लेकिन नई व्यवस्था के तहत सोलर से पावर सप्लाई जारी रहेगी। वहीं जरूरत पड़ने पर जेनरेटर भी चलाया जाएगा ताकि डॉक्टरों और मरीजों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

रिम्स में सफल रहा है सोलर प्लांट

राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में 400 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाया गया है। इससे पावर जेनरेट हो रहा है। वहीं सप्लाई बिजली पर निर्भरता भी कम हो गई है। ऐसे में यह कदम सदर हॉस्पिटल के लिए कारगर साबित होगा।

अभी प्लांट लगाने का काम चल रहा है। विजेता कंपनी ही प्लांट लगाने का भी काम देख रही है। जबतक हैंडओवर नहीं होता तो कुछ बता पाना मुश्किल है। लेकिन एक बड़ी राहत होगी कि पावर कट के समय भी कोई काम नहीं रुकेगा। अपनी जरूरत की बिजली का प्रोडक्शन हो सकेगा और जरूरत पड़ने पर हमारे पास जेनरेटर भी है।

विजय बिहारी प्रसाद, सिविल सर्जन, रांची