-संगम पर पहुंचे श्रद्धालु और दुकानदार आपस में भिड़े

-श्रद्धालुओं को स्थानीय लोगों ने दौड़ा-दौड़ा पीटा

ALLAHABAD: आस्था और धर्म की नगरी प्रयाग की पहचान श्रद्धालुओं से है। गुरुवार को संगम तट पर उन्हीं श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय दुकानदारों की नोकझोंक हो गई। जरा सी मिसअंडरस्टैंडिंग को लेकर ऐसे भिड़े कि वहां पर अराजकता का माहौल बन गया। जिस जगह पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस चौकी बनाई है, वहां सरेआम मारपीट के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची।

क्ख् बजे शुरू हुआ विवाद

संगम नोज पर गुरुवार को कुछ श्रद्धालु करीब क्ख् बजे पहुंचे थे। वो संगम एरिया में घूम रहे थे। उनमें ज्यादातर लड़के थे। घूमने और मौज-मस्ती करने के बाद उन्होंने एक दुकान पर पहुंच कर नाश्ता-पानी किया। पैसे को लेकर दुकानदार से बहस हो गई। श्रद्धालुओं का कहना था कि उन्होंने पैसा दे दिया है और दुकानदार नशे में होने के कारण झूठ बोल रहा था। इस बात को लेकर उनमें आपस में नोकझोंक शुरू हो गई। फिर गाली-गलौज तक मामला पहुंच गया।

श्रद्धालुओं ने कर दी पिटाई

स्थानीय लोगों की मानें तो दुकानदार से झड़प के बाद मारपीट शुरू हो गई। इस दौरान किसी श्रद्धालु ने दुकानदार को थप्पड़ रसीद कर दिया। दो चार थप्पड़ पाने के बाद भी दुकानदार उन लोगों से भिड़ा रहा। उसने भी देख लेने की धमकी दी। दुकानदार लोकल था। उसने आवाज लगाई और संगम नोज से श्रद्धालु और मल्लाह वहां पहुंच गए। फिर क्या था। अब तक श्रद्धालु वहां दुकानदार पर हावी थे लेकिन अब पासा पलट गया। स्थानीय लोगों ने लाठी डंडे से उन्हें घेर लिया और फिर शुरू हो गई फाइटिंग। लाठी-डंडे और हाथ में जो सामान था उससे श्रद्धालुओं की पिटाई शुरू कर दी। बाद में श्रद्धालु अपनी जान बचाकर भागे। इतना सबकुछ होने के बाद भी मौके पर पुलिस नहीं पहुंची।

मारपीट का मामला संज्ञान में आया था। पुलिस को वहां जांच के लिए भेजा गया है। लेकिन कोई भी पीडि़त थाने पहुंच कर कंप्लेन नहीं की है।

दारागंज पुलिस