- 100 आवेदन आते थे जन्म प्रमाण पत्र के लिए पहले

- 200 के करीब आंकड़ा पहुंचा प्रतिदिन आवेदन का वर्तमान समय में

- 8 जोनल कार्यालयों से बनाए जा रहे हैं जन्म प्रमाण पत्र

- नगर निगम के जोनल कार्यालयों में जन्म प्रमाण पत्र बनवाने वालों की बढ़ी भीड़

- सीएए-एनआरसी का दिख रहा असर, रोज आ रहे दोगुने आवेदन

LUCKNOW: सर, मेरा जन्म 1954 में हुआ था, क्या अब जन्म प्रमाण पत्र बन जाएगा। अगर बन जाएगा तो कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स लगेंगे या डॉक्यूमेंट्स न होने की स्थिति में क्या होगा। ऐसे सवाल अब नगर निगम के जोनल कार्यालयों में सुनाई देने लगे हैं। दरअसल, अब रोजाना दर्जनों लोग निगम के जोनल कार्यालयों में जाकर जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं। इसके साथ ही यह भी पूछ रहे हैं कि आवेदन के दौरान कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स लगेंगे।

पहले से दोगुने आवेदन

पहले जहां जोनल कार्यालयों में प्रतिदिन 80 से 100 आवेदन आ रहे थे, वहीं अब दोगुने आवेदन आ रहे हैं। अगर संख्या की बात करें तो करीब 200 के करीब आवेदन आ रहे हैं।

संशोधन के लिए भी भीड़

एक तरफ जहां नया जन्म प्रमाण पत्र बनवाने वालों की भीड़ आ रही है, वहीं दूसरी तरफ जन्म प्रमाण पत्र में संशोधन कराने वालों की भीड़ में इजाफा हुआ है। जो प्रमाण पत्र 1970 या 1980 में बने हैं और उनमें कुछ खामियां हैं, उन्हें दूर कराने के लिए आवेदन आ रहे हैं।

वर्षो पहले जन्म, अब आवेदन

जन्म प्रमाण पत्र की बात करें तो कई लोग ऐसे भी आवेदन कर रहे हैं, जिसमें उनकी डेट ऑफ बर्थ 1960 या 70 या 80 है। आवेदन करने वालों में महिलाओं की संख्या में भी दो गुना वृद्धि हुई है।

सीएए-एनआरसी का असर

जन्म प्रमाण पत्र के आवेदनों की संख्या बढ़ने की मुख्य वजह सीएए और एनआरसी को माना जा रहा है। आने वाले दिनों में जन्म प्रमाण पत्र लेने वालों की संख्या में और भी अधिक इजाफा होने की संभावना है।