रक्षाबंधन पर हैवी ट्रैफिक ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें

मुहूर्त में राखी बांधने के लिए बहनों को झेलना पड़ा लंबा जाम

ALLAHABAD: रक्षाबंधन पर्व भाई-बहन के पवित्र और अनूठे प्यार की सबसे बड़ी निशानी है। बहनें भाईयों की कलाई पर राखी बांधकर रक्षा का वचन लेती हैं। प्रत्येक बहन भाई को शुभ मुहुर्त में राखी बांधना चाहती है, लेकिन इस बार नक्षत्रों के खेल के बीच ट्रैफिक सिस्टम ने ऐसा रोड़ा डाला की बहनों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई। कोई बहन शुभ मुहूर्त में भाई को राखी बांधने में सफल हो गई तो कोई मुहूर्त बीतने के बाद अपने भाई के घर पहुंची। रक्षाबंधन पर्व में इस बार सुबह 11 बज कर पांच मिनट से दोपहर 1 बजकर 52 मिनट तक ही शुभ मुहूर्त था। ऐसे में दूर से आने वाले भाई और बहनों को लंबा जाम झेलना पड़ा।

सिटी से लेकर हाइवे तक जाम

रक्षाबंधन पर जाम की समस्या सिटी से लेकर हाईवे तक रही। इलाहाबाद वाराणसी हाईवे सावन के कारण कावरियों के लिए रिजर्व था। एक साइड से ही आने और जाने की व्यवस्था में रक्षाबंधन की भीड़ उमड़ी तो हंडिया से लेकर इलाहाबाद तक लंबा जाम लग गया। इसके कारण यात्रा करने वालों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ीं। सिटी तक सफर तय करने में लोगों को कई घंटे लगे। लखनऊ, कानपुर, मिर्जापुर और रीवां रोड पर भी ऐसी ही स्थिति शाम तक बनी रही। हाईवे के साथ ही शहर में भी हर जगह जाम के झाम से लोगों को दोचार होना पड़ा। सबसे अधिक समस्या लोगों को दोपहर में मुहूर्त के समय हुई। भीषण उमस के कारण जाम में फंसे लोग काफी परेशान हुए।

भाई को समय से राखी बांधनी थी। सुबह ही घर से तैयार होकर निकली, लेकिन भाई के घर पहुंचने में दोपहर हो गई। भगवान का धन्यवाद की मुहूर्त में राखी बांध पायी।

वंदना

दो दिन पहले ही वाइफ को रक्षाबंधन पर समय से भाई के घर पहुंचाने का प्लान था। इसलिए सुबह समय से निकला। लेकिन हाईवे पर जाम ने घंटों समय बर्बाद करा दिया।

विजय, बरौत

मै कानपुर में रहती हुं। आज अर्ली मार्निग इलाहाबाद के लिए निकली थी। स्टेशन से भाई के घर खुल्दाबाद पहुंचने में करीब एक घंटे लग गए। हर तरफ जाम ही जाम लगा था।

मनीषा

लखनऊ से आज रक्षाबंधन मनाने के लिए घर आयी, लेकिन पहले बस से सिटी आने और फिर सिविल लाइंस से घर पहुंचने में जाम के कारण बहुत दिक्कत हुई।

मोनिका