अब फर्जी मार्कशीट की जांच कर रही SIT

-संस्कृत यूनिवर्सिटी के फर्जी मार्कशीट व सर्टिफिकेट की जांच का मामला

-स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम ने लाइब्रेरियन का लिया बयान

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VARANASI: संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के फर्जी मार्कशीट व सर्टिफिकेट की जांच में अब सीबीसीआईडी के अलावा स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) भी जुट गई है. यह टीम लाइब्रेरियन डॉ. सूर्य कांत का बयान भी ले चुकी है. यूनिवर्सिटी के अन्य लोगों का बयान भी जल्द लिए जाने की संभावना है. बता दें कि विशिष्ट बीटीसी-2010 के लिए बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी के डिग्रीधारक सेलेक्ट हुए थे. वेरीफिकेशन में सैकड़ों चयनित टीचर्स के सर्टिफिकेट फर्जी निकले. अकेले बागपत में 72 टीचर्स के सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए थे. बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े को देखते हुए गवर्नमेंट ने इसकी जांच सीबीसीआईडी को सौंप दी थी.

कई बार आ चुकी है CBCID

इस गड़बड़ी की जांच के लिए सीबीसीआईडी की टीम कई बार संस्कृत यूनिवर्सिटी में आ चुकी है. इस मामले में उसने यूनिवर्सिटी के कई कर्मचारियों को आरोपी भी बनाया है. गड़बड़ी में लिप्त होने के आधार पर कई कर्मचारियों को जेल तक की हवा खानी पड़ी. बताया जा रहा है कि इस मामले में सीबीसीआईडी जांच पूरी कर चुकी है. इसी बीच एसआईटी की टीम के आने से यूनिवर्सिटी में फिर खलबली मची हुई है. लाइब्रेरियन ने एक्सेप्ट किया कि एसआईटी मेरा बयान ले चुकी है. उन्होंने बताया कि वेरीफिकेशन में अब तक कितने मार्कशीट व सर्टिफिकेट फर्जी मिले हैं. एसआईटी इसको खंगाल रही है.