10,000 रुपए हुई Fee

अब तक बोर्ड सभी इंडीपेंडेंट सीबीएसई स्कूल्स से 5,000 रुपए एनुअल मैंडेटरी स्पोट्र्स फी चार्ज करता था। नए एकेडमिक सेशन से बोर्ड अब हर स्कूल से 10,000 रुपए चार्ज करेगा। बोर्ड ने इसका सर्कुलर जारी करते हुए सभी स्कूल्स को रीजनल बोर्ड ऑफिस में स्टूडेंटस की संख्या का Žयौरा देते हुए फी जमा करने का निर्देश जारी किया है। नए एकेडमिक सेशन में फी को डबल कर बोर्ड ने स्कूल्स को शॉक तो दिया ही है, साथ ही स्कूल्स मैनेजमेंट को अपनी फीस में बढ़ोतरी करने का जरिया भी दे दिया है।

Changing trends in sports

बोर्ड ने स्पोट्र्स फी बढ़ाने के पीछे महंगाई का कारण बताया है। सीबीएसई के ज्वाइंट डायरेक्टर स्पोट्र्स पुश्कर वोहरा के अनुसार स्पोट्र्स में बदलते ट्रेंड्स और प्राइस राइज को देखते हुए एनुअल फी में बढ़ोतरी की गई है। इसके साथ ही इसके पीछे एक खास ऑŽजेक्टिव भी छिपा हुआ है।

3 level पर होते हैं events

बोर्ड स्कूल्स में तीन लेवल पर स्पोट्र्स कॉम्पिटीशंस ऑर्गनाइज करता है। क्लस्टर, जोनल और नेशनल लेवल पर 20 इवेंट्स में स्पोट्र्स कॉम्पिटीशंस ऑर्गनाइज किए जाते हैं। इन कॉम्पिटीशंस में करीब 1.5 लाख स्टूडेंट्स पार्टिसिपट करते हैं। इसके साथ ही बोर्ड ने ट्रांसपिरेंसी मेंटेन करने के लिए अलग से फिजिकल एजूकेशन, स्पोट्र्स एंड गेम्स का पोर्टल पहले ही स्टार्ट कर दिया है। इस वेबसाइट पर सीबीएसई के इंटर स्कूल स्पोट्र्स और गेम्स कॉम्पिटीशंस की पूरी इंफॉर्मेशन रहती है। स्पोट्र्स को बढ़ावा देने को बोर्ड स्पोट्र्स कॉम्पिटीशंस को एनुअल कैलेंडर में भी शामिल करता है।

4 और गेम्स भी शामिल

नए सेशन से फी में बढ़ोतरी के साथ बोर्ड ने कॉम्पिटीशंस में 4 और गेम्स को भी इंक्लूड किया है। अब आर्चरी, जिमनैस्टिक्स, राइफल शूटिंग और वूशू में भी कॉम्पिटीशंस ऑर्गनाइज किए जाएंगे। इन इवेंट में भी स्टूडेंट्स को अपनी महारथ दिखाने का अवसर मिलेगा।

खुलकर नहीं बोल रहे स्कूल्स

नए एकेडमिक सेशन से स्पोट्र्स के नाम पर डबल बोझ ने स्कूल्स मैनेजमेंट के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। हालांकि कोई भी स्कूल इसको लेकर खुलकर नहीं कह रहा है, लेकिन उन्होंने बातों ही बातों में फीस बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं। स्कूल्स मैनेजमेंट का कहना है कि स्टूडेंट्स से स्पोट्र्स के नाम पर फीस नहीं ली जाती। लेकिन क्योंकि यह सभी स्कूल्स के लिए मैंडेटरी है, इसलिए इसकी कहीं न कहीं तो भरपाई करनी ही होगी। सिटी में सीबीएसई के करीब 40 स्कूल्स हैं। जिनमें से इंटर के स्कूल्स 33 हैं। इनमें करीब 60,000 से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ते हैं, जिनकी फीस बढ़ सकती है।