चेन्नई में बीसीसीआई की कार्य समिति की आपात बैठक बुलाई गई है. बैठक दोपहर ढाई बजे शुरू होगी. इस बैठक में भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों में श्रीनिवासन के इस्तीफ़े पर घमासान हो सकता है.

बीसीसीआई की गिरती साख को बचाने और भारतीय क्रिकेट से गंदगी दूर करने की कोशिशों की दिशा में श्रीनिवासन का इस्तीफ़ा पहला कदम हो सकता है.

श्रीनिवासन की 'शर्तें'

भारतीय मीडिया में इस तरह की ख़बरें चल रहीं हैं कि श्रीनिवासन आख़िरकार इस्तीफ़ा देने के लिए तैयार हो गए हैं लेकिन उन्होंने इसके लिए अपनी कुछ शर्तें रखीं हैं.

ख़बरों के अनुसार उनकी पहली शर्त है कि जांच के बाद अगर वो बेदाग़ साबित होते हैं तो उन्हें बोर्ड के अध्यक्ष पद पर दोबारा बिठाया जाएगा.

उनकी दूसरी मांग है कि उन्हें आईसीसी की बैठकों में भारत का प्रतिनिधित्व करने दिया जाए और तीसरी मांग है कि बीसीसीआई के सचिव संजय जगदाले और कोषाध्यक्ष अजय शिर्के को बीसीसीआई के नए पैनल में न रखा जाए और उनके (श्रीनिवासन) ज़रिए सुझाए गए नामों पर ही उन पदों के लिए विचार किया जाए.

कार्य समिति की आपात बैठक की घोषणा और श्रीनिवासन के इस्तीफ़े की अटकलों के बीच राज्यों के क्रिकेट संघ से भी अलग-अलग तरह की आवाजें उठने लगीं हैं.

विकल्प पर भी घमासान

बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) ने शनिवार को कहा कि अगर श्रीनिवासन अपना पद छोड़ते हैं तो बीसीसीआई के अंतरिम अध्यक्ष के रूप में जगमोहन डालमिया के नाम पर विचार किया जाना चाहिए.

सीएबी के अनुसार डालमिया को पूर्वी क्षेत्र के सभी अधिकारियों का समर्थन हासिल है. उधर ऐसा माना जा रहा है कि बीसीसीआई के अंदर एक गुट शशांक मनोहर का अंतरिम अध्यक्ष बनाने की कोशिशों में जुटा है.

दूसरी तरफ, केरल क्रिकेट संघ (केसीए) ने शनिवार को कहा कि श्रीनिवासन को स्पॉट फ़िक्सिंग मामले की जांच पूरी होने तक बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से हट जाना चाहिए.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार बोर्ड के शीर्ष सदस्य इस समस्या का हल ढूंढने के लिए एक रणनीति तैयार कर रहे हैं लेकिन उसकी पूरी जानकारी रविवार को कार्य समिति की बैठक के बाद ही मिल सकेगी.

शुक्ला का इस्तीफ़ा

भारतीय क्रिकेट पर शायद अब तक के सबसे गहरे संकट में एक और नया मोड़ उस समय आया जब शनिवार की शाम आईपीएल के चेयरमैन क्लिक करें राजीव शुक्ला ने अपने पद से इस्तीफ़ा देने की घोषणा की.

राजीव शुक्ला ने अपना पद छोड़ने की घोषणा करते हुए कहा, "मैंने आईपीएल चेयरमैन का पद छोड़ने का फ़ैसला लिया है. ये ऐसा फ़ैसला है जिसपर मैं पिछले कुछ समय से विचार कर रहा था. मुझे लगता है कि पद छोड़ने का यही सही समय है."

बीसीसीआई कार्य समिति की आपात बैठक की पूर्व संध्या पर राजीव शुक्ला ने इस्तीफ़ा देकर बोर्ड अध्यक्ष एन श्रीनिवासन की मुश्किलें जरूर बढ़ा दीं है, लेकिन आईपीएल सीज़न छह के खत्म होने के बाद उनका पद वैसे भी नाममात्र का रह गया था.

इससे पहले शुक्रवार को बीसीसीआई सचिव संजय जगदाले और कोषाध्यक्ष अजय शिर्के ने इस्तीफ़ा देकर सबको चौंका दिया था.

ऐसा माना जा रहा है कि इन इस्तीफ़ों के बाद श्रीनिवासन के पास इस्तीफ़ा देने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं है.

आईपीएल की एक टीम चेन्नई सुपर किंग्स के प्रिंसिपल गुरूनाथ मयप्पन की गिरफ़्तारी के बाद से श्रीनिवासन पर इस्तीफ़े का दबाव बना हुआ है. मयप्पन, श्रीनिवासन के दामाद हैं.

विवाद की शुरूआत

मामले की शुरूआत तब हुई जब पिछले महीने आईपीएल-6 के मैचों के दोरान दिल्ली की स्पेशल सेल ने राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ियों--श्रीसंत, अंकित चौहान और अजीत चंदेला को स्पॉट फ़िक्सिंग के आरोप में गिरफ़्तार किया था.

हालांकि श्रीसंत समेत राजस्थान रॉयल्स के दूसरे खिलाड़ियों ने खुद को बेक़सूर बता रहे है.

इसके कुछ ही दिनों पर मुंबई पुलिस ने विंदु दारा सिंह को स्पॉट फ़िक्सिंग और बेटिंग के आरोप में गिरफ़्तार किया.

मुंबई पुलिस के अनुसार विंदु ने पूछताछ के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स के प्रिंसिपल और श्रीनिवासन के दामाद मयप्पन का नाम लिया था.

विंदु के बाद मुंबई पुलिस ने मेयप्पन को भी स्पॉट फ़िक्सिंग और बेटिंग के आरोप में गिरफ़्तार कर लिया.

मेयप्पन की गिरफ़्तारी के बाद से ही बोर्ड अध्यक्ष एन श्रीनिवास पर इस्तीफ़े का दबाव बना हुआ है.

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