भारत ने पिछले वर्ष जीता था कांस्य पदक

टूर्नामेंट में पांच बार के विजेता भारत ने पिछले साल भी कांस्य पदक जीता था। भारत पदक की दौड़ में बनने रहने के लिये बेताब है। कई युवा खिलाड़ियों वाली सरदार सिंह की अगुवाई वाली टीम को अपने खेल के कई विभागों में सुधार करने की जरूरत है। भारत को कनाडा जैसी टीम के खिलाफ भी जीत दर्ज करने के लिए जूझना पड़ा था। कनाडा पर 3-1 की जीत से भारत तीन मैचों में छह अंकों के साथ राउंड रोबिन लीग में तीसरे स्थान पर आ गया है जबकि पाकिस्तान के तीन मैचों में केवल तीन अंक हैं।

भारत को मजबूत करना पड़ेगा अपना खेल

पाकिस्तान ने अपनी एकमात्र जीत कनाडा के खिलाफ इसी अंतर से हासिल की थी। विश्व चैंपियन आस्ट्रेलिया तीन मैचों में नौ अंक लेकर शीर्ष पर है जबकि मौजूदा चैंपियन न्यूजीलैंड के चार मैचों में आठ अंक हैं।भारत और पाकिस्तान के बीच हॉकी में कड़ी प्रतिद्वंद्विता लोगों की इनके मुकाबले में दिलचस्पी पैदा करती है। हॉकी में अपनी बादशाहत गंवाने के बावजूद इन दोनों देशों के बीच मुकाबला किसी भी टूर्नामेंट की जान होता है। सुल्तान अजलन शाह कप के रजत जयंती टूर्नामेंट में उपमहाद्वीप की इन दोनों टीमों के बीच मुकाबले पर सभी की नजर है।

जबावी हमला करने वाली टीम ही जीतेगी

इसी दिन विश्व में नंबर एक टीम ऑस्ट्रेलिया को न्यूजीलैंड से भिड़ना है। पाकिस्तान के कोच और पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ख्वाजा जुनैद ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनके खिलाड़ी भारत के खिलाफ अपने कौशल का प्रदर्शन करें और अपनी भावनाओं को काबू में रखें। उन्होंने कहा भारत के खिलाफ मैच महत्वपूर्ण होगा। जो भी टीम जवाबी हमले से अच्छी तरह से निबटेगी वह फायदे में रहेगी। हम अभी अपनी टीम को पुनर्गठित करने के दौर से गुजर रहे हैं। महत्वपूर्ण यह है कि हम अपनी रणनीति पर कायम रहकर मैदान पर एकजुट रहें।

पाकिस्तान की टीम में आठ नए खिलाड़ी शामिल

जुनैद ने कहा कि पाकिस्तान ने टीम में आठ युवा खिलाड़ियों को शामिल किया है जिन्होंने हाल में दक्षिण एशियाई खेलों के फाइनल में भारत को हराकर स्वर्ण पदक जीता था। भारत ने दक्षिण एशियाई खेलों में अपनी मुख्य टीम को नहीं उतारा था। ये खिलाड़ी तब हाकी इंडिया लीग में खेल रहे थे। इन दोनों देशों की चोटी की टीमों के बीच आखिरी मैच पिछले साल एंटवर्प में हॉकी विश्व लीग सेमीफाइनल्स में खेला गया था जो 2-2 से बराबर रहा था।