नई दिल्ली (पीटीआई)। तालिबान शासित अफगानिस्तान ने स्टेडियमों में 'महिला दर्शकों' की मौजूदगी को लेकर देश में बेहद लोकप्रिय इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया है। पिछले महीने तालिबान द्वारा देश पर कब्जा करने के बाद से, अंतरराष्ट्रीय खेल समुदाय खेलों में भाग लेने वाली महिलाओं पर कट्टरपंथी समूह की स्थिति के बारे में चिंतित है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के पूर्व मीडिया मैनेजर और पत्रकार एम इब्राहिम मोमंद ने कहा कि संभावित "इस्लामी विरोधी" सामग्री के कारण आईपीएल मैचों के लाइव प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

महिलाओं के चलते किया बैन
रविवार को जब आईपीएल फिर से शुरु हुआ था तब मोमंद ने ट्वीट किया था, "अफगानिस्तान नेशनल (टीवी) हमेशा की तरह @IPL का प्रसारण नहीं करेगा क्योंकि कथित तौर पर इस्लाम विरोधी सामग्री, लड़कियों का डांस और (स्टेडियम) में खुले बालों वाली महिलाओं की उपस्थिति के कारण आज रात फिर से शुरू होने वाले मैचों के प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।'

अफगान मीडिया को दी चेतावनी
एक अन्य पत्रकार फवाद अमन, जिन्होंने अपने ट्विटर हैंडल के अनुसार रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के रूप में भी काम किया है, उन्होंने लिखा, "हास्यास्पद: तालिबान ने अफगानिस्तान में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया है। तालिबान ने चेतावनी दी है कि लड़कियों के नाचने और स्टेडियम में महिला दर्शकों की मौजूदगी के कारण अफगान मीडिया आउटलेट्स को इंडियन क्रिकेट लीग का प्रसारण नहीं करना चाहिए।"

स्टार अफगानी प्लेयर्स ले रहे हिस्सा
राशिद खान, मोहम्मद नबी और मुजीब उर रहमान जैसे अफगानिस्तान के शीर्ष क्रिकेटर आईपीएल 2021 में हिस्सा ले रहे हैं। आईपीएल का दूसरा चरण रविवार को संयुक्त अरब अमीरात में चेन्नई सुपर किंग्स और गत चैंपियन मुंबई इंडियंस के बीच मैच के साथ फिर से शुरू हुआ। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान के नए खेल प्रमुख ने पिछले हफ्ते कहा था कि तालिबान 400 खेलों की अनुमति देगा - लेकिन महिलाओं की भागीदारी पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

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