संतान न होने के दुख और आर्थिक तंगी से जूझ रहे दंपति ने किया सुसाइड

ALLAHABAD: वो जिंदगी के गम के मारे थे। संतान न होने का मलाल, रेल हादसे में पति का पैर कट जाने का दुख। कर्ज लेकर गमों के पहाड़ से पार पाने की कोशिश की तो यहां भी मात मिली। मेहनत-मजदूरी से पेट तो किसी तरह भर जाता था, लेकिन इतना जुट नहीं पाया कि कर्ज का बोझ उतार देते। कर्जदारों का भी बोझ बढ़ने लगा तो जिंदगी का गम कम करने के लिए दोनों ने मौत चुन ली। यह वाकया औद्योगिक थाना क्षेत्र के महुंवारी इलाके की है, जहां रविवार को पति-पत्नी ने ट्रेन से कटकर जान दे दी।

गांव से पांच दिन पहले निकले थे

पुलिस के मुताबिक करछना क्षेत्र के भटेरवा गांव का राजेन्द्र 45 पुत्र स्व राम अभिलाष और पत्नी रामरती देवी की कोई संतान नहीं थी। परिवार काफी समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। पूछताछ में पता चला कि दोनों लगभग पांच दिन पहले घर से निकले थे। मृतक राजेंद्र के साढ़ू के लड़के घूरपुर निवासी रामरक्षा ने बताया कि पन्द्रह साल पहले इन्दौर में हुए एक ट्रेन एक्सीडेंट में राजेंद्र का एक पैर कट गया था। एक पैर से दिव्यांग होने के बाद राजेंद्र मेहनत मजदूरी भी नहीं कर पा रहा था। पत्नी ही इधर-उधर काम कर घर का खर्च चलाती थी। हादसे के बाद तात्कालिक तौर पर रेलवे की ओर से कुछ मदद मिली थी, लेकिन उसके बाद कुछ नहीं मिला। इसे लेकर राजेंद्र का रेलवे से मुकदमा भी चल रहा था।

लोन की किश्त चुकाने का था दबाव

राजेंद्र के माता-पिता और दो बहनों की पहले ही मौत हो चुकी है। आसपास के लोगों के अनुसार राजेंद्र अपने इलाज के दौरान एक समूह से लोन लिया था। लेकिन इतने पैसे नहीं जुटते थे कि किश्त जमा कर पाते। इसे लेकर समूह के लोग बैंक के माध्यम से उस पर किश्त जमा करने के लिए दबाव बना रहे थे। घर खर्च चलाने में मुश्किलों का सामना कर रहे दंपत्ति पर जब लोन का दबाव पड़ा तो वे झेल नहीं पाए।

मुकदमे की जानकारी को गए

रामरक्षा के मुताबिक जब लोन चुकाने के लिए काफी दबाव पड़ने लगा तो दोनों परेशान रहने लगे। इसी बीच खबर मिली कि रेलवे हादसे के मुकदमा में फैसला आने वाला है। इसकी जानकारी के बाद दोनों इंदौर चले गए। इस उम्मीद में कि यदि मुकदमा पक्ष में रहा तो रेलवे की ओर से मिले मुआवजे से लोन भी चुका देंगे और बुढ़ापा भी कट जाएगा। हालांकि घटनास्थल के आसपास के गांवों के लोगों ने बताया कि दोनों शनिवार शाम को रेलवे लाइन से थोड़ा दूर गुमसुम बैठे नजर आए थे लेकिन उन्हें इसका अंदाजा नहीं हो सका कि ये सुसाइड करने वाले हैं। इस बीच इंदौर में उनके साथ क्या हुआ? मुकदमा की स्थिति क्या है? इसकी कोई जानकारी नहीं हो सकी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

वर्जन

प्रथम दृष्टया मामला सुसाइड का ही लग रहा है। दोनों ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया इसे लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। जांच की जा रही है, सच जो भी होगा सामने आ जाएगा।

-अमित कुमार श्रीवास्तव, सीओ करछना