- पुलिस को मौके से 6 से 7 पन्ने का मिला सुसाइड नोट

- साइबर कैफे व मेडिकल स्टोर खोलने के लिए मार्केट से ले रखा था काफी कर्ज

LUCKNOW: शनिवार को विशाल की शादी की सातवीं सालगिरह थी, पत्‍‌नी भी इसे सेलीब्रेट करने की तैयारी कर रही थी, हमेशा की तरह इन दोनों का तीन साल का बेटा भी अपनी ही नटखट दुनिया में व्यस्त था। किसी के लिए भी ये अंदाजा लगाना मुश्किल था कि इस हंसते-खिलखिलाते परिवार के मुखिया के मन में कोई तूफान उठ रहा है। ये तूफान था आर्थिक तंगी और भारी कर्ज का, काफी दिनों से इस तूफान के थपेड़ों से जूझ रहे विशाल ने खुशियों के त्यौहार होली के ठीक दो दिन पहले अपनी जिंदगी से हार मान ली। यही नहीं पूरी तरह टूट चुके विशाल ने पहले अपने मासूम बेटे और पत्‍‌नी को जहर दिया और फिर खुद फांसी के फंदे पर झूल गए। आशियाना इलाके में हुई इस घटना की जिसको भी ये खबर मिली उसका कलेजा दहल गया, सबके मुंह से बरबस बस एक ही बात निकली, हे राम, विशाल ये आपने क्या कर दिया।

होली से दो दिन पहले आशियाना में एक हंसता खेलता परिवार कर्ज के बोझ तले दब कर हमेशा के लिए उजड़ गया। कर्ज का बोझ इतना था कि साइबर कैफे संचालक ने अपनी सातवीं मैरिज एनिवर्सिरी के दिन ही पहले तो अपने तीन साल के बच्चे और पत्नी को जहर दिया फिर खुद भी फांसी लगाकर जान दे दी। शाम को नौकरानी के घर पहुंचने पर दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फॉरेसिंक टीम को जांच के दौरान मौके से एक सात पन्ने का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें कर्ज से परेशान होकर सुसाइड करने की बात लिखी थी।

सातवीं मैरिज एनिवर्सिरी थी

आशियाना के सेक्टर आई निवासी एसएन सिंह के मकान के ग्राउंड फ्लोर पर विशाल मोदियानी (40) अपनी पत्नी हिमानी (38) व तीन साल के बेटे वकुल के साथ किराये पर रहते थे। विशाल घर से कुछ दूर पर ही ग्लेक्सी कंप्यूटर के नाम से साइबर कैफे चलाते थे। विशाल ने सात साल पहले हिमानी से शादी की थी। शादी के दो माह बाद वह परिवार से अलग हो गया था। विशाल व हिमानी की शनिवार को एनिवर्सिरी थी। विशाल के भाई सुनील ने बताया कि उनका पूरा परिवार पारा में रहता है।

नौकरानी पहुंची तो पता चला

विशाल के घर में रेखा लंबे समय से घर का काम करती है। वह शाम 4 बजे के करीब रोज की तरह काम करने के लिए घर पहुंची। रेखा ने बताया कि घर का मेन गेट खुला था, लेकिन रूम के दरवाजे अंदर से बंद थे। रेखा काफी देर तक दरवाजे को नॉक करती रही, लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। खिड़की से झांक कर देखा तो सामने विशाल फंदे से झूल रहा था।

पहले पत्नी व बच्चे को खिलाया जहर

रेखा की मदद के लिए आस-पास के लोग विशाल के घर पहुंचे और दरवाजे को धक्का देकर खोला। उन्होंने कमरे के अंदर के हालात देख आशियाना पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे ज्वाइंट कमिश्नर क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि कमरे में बेड पर हिमानी व उनके बेटे वकुल का शव पड़ा था और मुंह से झाग निकल रहा था। संभावना है कि विशाल ने पहले पत्नी व बच्चे को जहर देकर मार दिया फिर कमरे के बाहर रोशनदान से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

पत्नी ने लिखा था सुसाइड नोट

विशाल के कमरे में एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट करीब सात पन्ने का है। हादसे की सूचना पर पहुंचे विशाल के बड़े भाई सुनील व परिवार के अन्य सदस्यों से पुलिस ने पूछताछ की। पूछताछ के आधार पर पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट संभवत: विशाल की पत्नी हिमानी ने लिखा है। सुसाइड नोट के अंतिम पन्ने में हिमानी ने अपना नाम भी लिखा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि हस्तलेख और तथ्यों की जांच कराके इसकी पुष्टि की जाएगी। वहीं फॉरेंसिक टीम ने जांच के दौरान कई साक्ष्य को अपने कब्जे में लिया।

सुसाइड नोट में बयां किया दर्द

सात पन्ने के सुसाइड नोट में दंपत्ति ने अपने कर्ज में डूबे होने का दर्द लिखा था। अपने कारोबार को चलाने व बढ़ाने के लिए विशाल ने कई लोगों से कर्ज ले रखा था। यहीं नहीं उसने बैंक से भी लोन लिया था। आमदनी कम और कर्ज ज्यादा होने के चलते दिन पर दिन उसकी आर्थिक स्थिति बिगड़ती चली जा रही थी। साइबर कैफे से होने वाली कमाई से वह कर्ज चुकता नहीं कर पा रहा था, जिससे परेशान होकर उसने परिवार समेत आत्महत्या का फैसला किया।

6 लोगों पर परेशान करने का आरोप

सुसाइड नोट में दंपत्ति ने इस बात का भी जिक्र किया कि जिन लोगों ने उन्होंने मोटे ब्याज पर कर्ज लिया था वह उन्हें लगातार परेशान कर रहे थे। पैसे वापस लेने का दवाब बना रहे थे। सुसाइड नोट में उन्होंने अमित, विवेक वर्मा, विक्रम राजपूत, बबलू यादव, ममता रानी, संजीव और विशाल कश्यप का नाम लिखा है। सुनील ने बताया कि सात साल पहले उसने साइबर कैफे और अपने साले विक्रम के लिए मेडिकल स्टोर खोलने के लिए मार्केट से काफी पैसा उधार ले रखा था। साले विक्रम का कारोबार अच्छा चल रहा था, लेकिन वह पैसा वापस नहीं कर रहा था।

कह रहा था कर्ज जान ले लेगा

पिछले 6 माह से विशाल की आर्थिक स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होने लगी थी। कर्ज का ब्याज बढ़ता जा रहा था। भाई सुनील का आरोप है कि साले विक्रम से उसने कई बार कर्ज चुकाने के लिए कहा, लेकिन हर बार विक्रम को टरका देता था। विशाल पिछले 5 माह से कहा रहा था कि यह कर्ज उसकी जान ले लेगा। विशाल की मां सुनील के साथ रहती है। दो माह पहले ही मां के हार्ट का आपरेशन हुआ है और फेस मेकर लगा। उन्हें बेटे और उसके परिवार की मौत की सूचना नहीं दी गई।

कोट-

एक ही परिवार के तीन लोग घर में मृत मिले हैं। शुरुआती पड़ताल में सुसाइड का मामला लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सही तथ्य सामने आ पाएंगे। कई पन्नों का सुसाइड नोट मिला है प्रथम दृष्टया देखने से लग रहा है ये महिला ने लिखा है। सुसाइड नोट की जांच करा रहे हैं। तथ्यों और सुसाइड नोट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

- नीलाब्जा चौधरी, ज्वाइंट कमिश्नर क्राइम