बनारस के शिवपुर मोहल्ले में रहने वाले इलेक्ट्रिशियन काशीनाथ अक्सर कुछ ना कुछ इनोवेशन करते रहते हैं. लेकिन उन्होंने कभी यह सोचा भी न रहा होगा कि वे एक दिन ऐसा पलंग बनाएंगे जो एयर कंडीशंड होगा. काशीनाथ के बनाए बॉक्सनुमा बेड की कई खासियतें हैं. एक तो इसमें AC लगा है. इसके अलावा इसमें blower fan का भी इंतजाम है, ताकि अगर बिजली चली जाए तो बेड पर सो रहे शख्स की नींद न हराम हो. अरे हां, हम तो बताना भूल ही गए कि यह inverter  से भी चल सकता है. खास बात यह है कि  इसमें लगा AC मात्र 500 वाट बिजली consume करता है. इस वातानुकूलित पलंग पर दो लोग आराम से सो सकते हैं.

समान से बरसती आग, पसीना-पसीना बदन, ऐसे में अगर बेड पर लेटते ही एसी की ठंडक मिल जाए तो वाह क्या कहने. मगर एसी का बिल लोगों का दिल ऐसा बैठाता है कि लोग एसी से तौबा कर लेते हैं. लोगों के लिए एसी खरीदना आसान है मगर उसका बिल भरना कठिन. उनकी प्रॉब्लम को अगर किसी ने समझा तो वे हैं बनारस के इलेक्ट्रिशियन काशीनाथ वर्मा. उन्होंने एक ऐसा अनोखा बेड बनाया है जिसमें एसी लगा हुआ है. ये एसी इतनी कम बिजली कंज्यूम करेगा कि इसे इनवर्टर से भी चलाया जा सकता है. सुनने में तो ये अजीब लगता है, लेकिन इस करिश्मे को अंजाम देकर काशीनाथ ने सभी को अचरज में डाल दिया है.

बड़े काम का box

एक छोटा सा कमरा उसमें पड़ा एक बेड. दिखने में ये बेड अन्य बेड की तुलना में काफी अलग है. इस बेड को बनाने में काशीनाथ ने दस बरस लगा दिए हैं. काशीनाथ की उम्र है तो 70 साल, लेकिन इनके सपनों की उड़ान अब भी थमी नहीं है. शिवपुर स्थित अपने ही घर के एक कमरे में काशीनाथ पिछले 30 सालों से फ्रिज और एसी की रिपयेरिंग का काम कर रहे हैं. इस काम को करते हुए काशीनाथ ने एक एसी बेड को तैयार किया है.

पिता जी हमेशा से ही कुछ अलग करते आए हैं. हम उनकी पूरी मदद करते हैं. अपनी खोज को पूरा करने के लिए हमसे जो भी मांगते हैं हम उन्हें मुहैया कराते हैं.- चंद्रशेखर वर्मा, काशीनाथ का बेटा

ये शुरू से ही ऐसे हैं घर में इनका मन कभी नहीं लगा है. हमेशा कोई न कोई नया चमत्कार करने के पीछे ही परेशान रहते है. कुछ नहीं मिला तो ये डब्बा ही बना डाला. श्याम दुलारी देवी, काशीनाथ की पत्नी

है पूरा इंतजाम

दिखने में तो ये बेड है बक्से की तरह लेकिन इस बक्से में सोने का मजा ही कुछ और है. चार बाई छ: फीट का ये एसी बेड दिखने में बॉक्स की तरह है, लेकिन इस बॉक्स के अंदर दो लोग आराम से सो सकते हैं. इसके अलावा इसके अंदर सारे इंतजाम हैं. महज 500 वाट की बिजली कंज्यूम करने वाले इस एसी बेड में एसी के अलावा ब्लोअर फैन, एग्जास्ट फैन, लाइट और म्यूजिक सभी की पूरी व्यवस्था है. इस बेड के बारे में काशीनाथ ने बताया कि इसे पूरा करने में उनको दस साल का समय लगा है.

एसी के लिए उन्होंने एक कम्प्रेशर के अलावा हॉट केस, कूलिंग क्वॉयल लगाया है. काशीनाथ के मुताबिक इस बेड को तैयार करने में अभी तक उनके 25 हजार रुपए लग चुके हैं.  इस एसी बेड की सबसे बड़ी खास बात ये है कि इसका एसी बिजली न होने पर भी चलेगा. काशीनाथ ने बताया कि इस बेड में एसी को महज 500 वाट की पावर देने के पीछे मकसद यही है कि एसी के इस्तेमाल के बाद भी बिजली की खपत कम हो और लोगों की जेब बिजली बिल के रूप में न कटे.

काशीनाथ के मुताबिक इस एसी बेड को इनवर्टर से कनेक्ट करके आराम से चलाया जा सकता है. इसके अलावा इस बेड में लगा एसी ऑटोमैटिक वे में काम करता है. रिमोट से ऑपरेट होने के कारण बेड के एसी में ऑटोमैटिक सिस्टम लगा हुआ है. यानि बॉक्स का टेम्प्रेचर ज्यादा होने पर एसी का टेम्प्रेचर खुद कम हो जाएगा और बाक्स में गर्मी होने पर एसी का टेम्प्रेचर खुद से ज्यादा होगा.

देश हित में आया idea

इस अनोखे बेड को बनाने के आइडिया के सवाल पर काशीनाथ कहते हैं कि इस आइडिया के पीछे देश का हित छुपा है. दस साल पहले जब वह घरों में एसी चलता देखते थे तभी कुछ अलग करने की सोचते थे. एक दिन उन्होंने इस तरह के बेड को बनाने के बारे में सोचा जो बिजली भी कम खाए और लोगों को आराम भी दे. काशीनाथ के मुताबिक जब लोग घरों या ऑफिस में एसी लगवाते हैं तो अधिकांश लोग चोरी की बिजली से ही एसी चलाते हैं. इस चोरी को रोकने के  लिए ही उन्होंने इस कम वॉट वाले अनोखे एसी की खोज की.

30 हजार की लागत में

इस एसी बेड के बारे में हालांकि अभी तक किसी को जानकारी नहीं है, लेकिन काशीनाथ के कुछ जानने वालों ने इस बेड को खरीदने की इच्छा जाहिर की है. काशीनाथ ने बताया कि सात से आठ लोग इस बेड को खरीदना चाह रहे हैं, लेकिन अभी इसके ट्रायल के कारण उन्होंने कोई ऑर्डर नहीं लिया है. काशीनाथ बताते हैं कि अगर कोई इस बेड को खरीदना चाहता है तो उसे 30 हजार रुपए पे करने होंगे और एक हफ्ते के अंदर बेड बनाकर उसे दे दूंगा.

पहले भी कर चुके हैं चमत्कार

एक रेफ्रिजरेशन कम्पनी में 16 साल टेक्निकल हेड की पोस्ट पर काम करने वाले काशीनाथ महज क्लास-6 तक पढ़े हैं. टेक्निकल फील्ड में कुछ कर गुजरने की चाहत में काशीनाथ ने कई और इन्वेंशंस भी किए हैं. अपनी जवानी के समय में काशीनाथ ने टीवी सिग्नल रिसीवर, कार बैटरी चार्जर, लिक्विड लेवल कंट्रोलर, लाइट ऑपरेटेड इलेक्ट्रॉनिक स्विच और पहला इनवर्टर बनाने का दावा किया है. काशीनाथ के मुताबिक उन्होंने 2003 में लाइट ऑपरेटेड स्विच बनाया था जो स्ट्रीट लाइट में लगने के बाद रात होने पर लाइट को ऑटोमैटिक ऑन व सुबह होने पर ऑटोमैटिक ऑफ करने का काम करता है. इस सिस्टम को भेल में लगाया भी गया है. 35 साल पहले उन्होंने पहला इनवर्टर भेलूपुर स्थित एक रेस्टोरेंट में लगाया था.