तकिए फाड़ देता
जी हां यहां मुंबई में पिछले काफी महीनों से कुछ बंदरों का आतंक काफी ज्यादा बढ़ गया है। जिसको लेकर यहां पर लोग अक्सर लोकल प्रशासन ने शिकायत करते थे। लोगों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से यहां पर कुछ बंदर ऐसे हैं जो कि उनके घर का खाना चुरा ले जाते हैं। इसके अलावा पिछले छ महीनें से लोगों के घरों की तकिया आदि भी फाड़ देते है। लोगों का जीना और खाना दोनों ही दूभर हो गया है। कहा जा रहा है कि इस समय देश की इस आर्थिक राजधानी में सायन और चीयर्ड जैसे इलाकों की तरह बंदर इकट्ठा है। जिससे मुंबई के सेंट्रल जिला आदि के आसपास आम जन जीवन बेहाल है।
फल रखे गए
ऐसे में यहां पर मुंबई में बीते शुक्रवार को लोग की भीड़ इकट्ठा हुए। इसके बाद कुछ पेशेवर बंदर पकड़ने वालों से मदद ली गई। यहां पर बंदर को पकड़ने का पूरा प्लान बनाया है। उनके खाने पीने का इंतजाम किया है। बंदर पकड़ने के लिए एक पिंजड़ा लाया गया और उसमें अंगूर आदि रखे गए है। इसे बाद एक व्यक्ित को उन बदंरो को दांत दिखाने के लिए खड़ा किया गया। कहा जाता है कि बंदर के दांत दिखाने पर जो नकल की जाती है उससे वह काफी चिढ़ता है। ऐसे में जैसे ही करीब 3 या 4 बंदर वहां आसपास आए उनमें से एक बंदर लोगों के बिछाए जाल में फंस गया। इसके बाद वह वापस भाग नहीं सका।
थोड़ी राहत मिली
अब इसके बाद इलाके के गुस्साए लोगों ने उस बंदर के दोनों हाथ पीछे करके बांध दिया है। इसके अलावा दोनों पैरों में पायल की जगह रस्सी बांधी गई। जिससे अब ये बेजुबान काफी परेशान है। उसका दर्द कोई समझने वाला नहीं है। वह बस अब सबकी ओर मायूस आंखों से देख रहा है। हालांकि इस संबंध में महाराष्ट के वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल बंदर पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। इसे मुंबई के आउट साइड इलाके में छोड़ दिया जाएगा। पिजंडे में ही इसके खाने पीने का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। वहीं पीड़ित लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली है।
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