-26 मार्च को परेड बाजार में लगी आग में झुलस गई थी

KANPUR : परेड बाजार की आग में जिंदा जली किशोरी की मां की भी मंगलवार को मौत हो गई। जिसका पता चलने पर परिजन और दुकानदार भड़क गए। गुस्साए दुकानदारों ने मुआवजा की मांग को लेकर उसके शव को बाजार के बाहर रोड पर रखकर हंगामा किया। आला अफसर फोर्स समेत मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पीडि़त परिवार और दुकानदारों को समझाकर शान्त कराया। इसके बाद मृतका का अंतिम संस्कार हो पाया।

इलाज के दौरान तोड़ा दम

परेड बाजार में सालों से लक्ष्मी नारायण परिवार समेत रह रहे हैं। उनके परिवार में पत्नी सोमवती, दो बेटे लालू, कल्लू और चार बेटियां, शोभा, खुशबू, रोशनी व चांदनी हैं। जिसमें चांदनी (14) तीसरे नम्बर की थी। 26 मार्च को बाजार में लगी भीषण आग की चपेट में उनकी झोपड़ी भी आ गई थी। उनकी नींद खुली तो वे आग में घिर चुके थे। आनन फानन में लक्ष्मी नारायण और सोमवती बच्चों को आग से बाहर निकालने लगे। इसी बीच चांदनी आग में फंस गई। सोमवती ने उसको बचाने की कोशिश की, लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाई और वो भी गंभीर रूप से झुलस गई। पुलिस ने उसको हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। जहां मंगलवार की सुबह उसने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।