- फ्राइडे दोपहर मयूर वन चेतना केंद्र के पास रोडवेज बस ने स्कूटी सवार दंपत्ति को रौंदा

- हादसे के बाद बस ड्राइवर सवारियों को छोड़कर हुआ फरार

बरेली : पीलीभीत रोड स्थित चावड़ मोड़ फ्राइडे को फिर खून से लाल हो गया। अंधे मोड़ पर पीलीभीत की ओर से आ रही रोडवेज बस ने बाइक सवार दंपत्ति को रौंद दिया। हादसे में पति की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पत्नी ने हॉस्पिटल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। हादसे के बाद बस ड्राइवर बस से कूद कर भाग गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है। इस मामले में पुलिस ने बस अज्ञात बस ड्राइवर के खिलाफ दर्ज कर ली है। दंपत्ति रिठौरा स्थित बालाजी दरबार में हाजिरी के लिए जा रहे थे।

पीलीभीत डिपो की बस ने कुचला

बारादरी थाना क्षेत्र में जगतपुर स्थित पानी की टंकी के पास रहने वाले लोकेश मिश्रा (59) फायर सेफ्टी का सामान बेचने का काम करते थे। वह पत्नी मीना मिश्रा (55) व चार बेटियों के साथ रहते थे। कुछ दिन से उनके साले राजीव शर्मा के बेटे की तबियत खराब थी। फ्राइडे को वह उसे लेकर रिठौरा स्थित बालाजी दरबार में हाजिरी लगाने जा रहे थे। लोकेश पत्नी के साथ स्कूटी से जा रहे थे जबकि उनका साला बेटे को लेकर कार से जा रहा था। उनकी स्कूटी जैसे ही मयूर वन चेतना केंद्र मोड़ पर पहुंची अचानक सामने से आ रही पीलीभीत डिपो की रोडवेज बस ने उन्हें कुचल दिया। हादसे के बाद बस चालक बस छोड़कर भाग निकला। बस में करीब 25 सवारियां मौजूद थी। हादसे के बाद आसपास के लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची और बुजुर्ग की मौत हो चुकी थी। जबकि पत्नी की सांसे चल रहीं थी। पुलिस ने दोनों को अस्पताल भेजा तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

वाट्सएप से परिजनों ने बताया

मृतक के भाई विकेश मिश्रा ने बताया कि हादसे के बाद वहां से गुजर रहे एक परचित ने बुजुर्ग दंपत्ति की फोटो खींचकर एक रिश्तेदार को भेजी। जिसके बाद परिजनों को हादसे की जानकारी मिली। अस्पताल पहुंचे परिजन शव देखकर चीख पड़े। रिश्तेदारों ने बताया कि उनकी चार बेटियां थी। जिसमें दो की शादी हो चुकी है। घटना के बाद पुलिस ने बस को सीज कर उसे बैरियर नंबर दो की चौकी पर खड़ा कर दिया। तहरीर के आधार पर पुलिस ने बस ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी है।

हाइवे किया जाम

हादसे की जानकारी मिलते ही मृतक के घर वाले रोते-बिलखते हुए घटनास्थल पर पहुंच गए और सड़क जामकर बस ड्राइवर की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। फिर पुलिस ने परिजनों को बस ड्राइवर की गिरफ्तारी करने का आश्वासन देते हुए उन्हें शांत कराया। उसके बाद पुलिस ने हाइवे को जाम से मुक्त कराया है।

अब तक कई जानें गई

9 जून 2014 : बांके की छावनी किला निवासी प्रवीन यादव समेत परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई थी। कार में ट्रक की टक्कर लगने से हादसा हुआ।

29 मार्च 2017 : ट्रक द्वारा कार में टक्कर मार देने से मुरादाबाद नगर निगम के जेई संजय कुमार के दो मासूम बच्चों मौत हो गई थी।

13 जून 2017 : बाइक से ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश में सामने से आ रहे टेंपो में टकरा जाने से श्रीराम कॉलोनी के राजपाल की मौत हो गई थी।

9 जुलाई 2017 : ओवरटेक करने के चक्कर में दो दोस्तों की कारें आपस में भिड़ गई थीं। हादसे में पूर्व नेशनल वॉलीबॉल प्लेयर युवराज सिंह की मौत हो गई थी।

13 अप्रैल 2018 : ट्रक को बचाने के चक्कर में डॉक्टर्स की कार खड़े ट्रक में टकरा गई थी। हादसे में डॉक्टर वैशाली की मौत हो गई थी।

01 नवंबर 2019 : देर रात कार पलटने से कपड़ा व्यापारी के इंटर में पढ़ रहे बेटे की मौत हो गई, जबकि उसके तीन दोस्त घायल हो गए।

खूनी मोड़ को पाटने का प्रयासएक मजाक

- पीलीभीत हाईवे पर निर्माणाधीन एयरपोर्ट के पास ही है मयूर वन चेतना केंद्र

- पीडब्ल्यूडी अधिकारी झाडि़यों को करा रहे साफ

- ड्राइवर्स को सचेत करने के लिए रेडियम सिग्नल बोर्ड भी मंगाए गए।

- संडे तक रोड सुरक्षा के सभी काम पूरे होने हैं।

- हाईवे के मोड़ पर घनी झाडि़यां होने से आगे का रास्ता नहीं दिखता

- गढ्डे होने और सिग्नल न होने की वजह हो रहे हादसे

- पीडब्ल्यूडी की टीम यहां गढ्डे भरने को पैच वर्क करा रही

- लगवाते ही रह गए रेडियम सिग्नल बोर्ड