लंदन (रॉयटर्स)। दुनिया की सबसे पुरानी ट्रैवल फर्म थॉमस कुक ने सोमवार को कारोबार समेटने की घोषणा कर दी, जिसके चलते दुनिया भर में छुट्टियां मना रहे सैकड़ों हजारों लोग जहां के तहां फंस गए हैं और ब्रिटिश इतिहास में शांतिकाल का सबसे बड़ा स्वदेश वापसी अभियान चलाया जाएगा।

बेलआउट पैकेज अस्वीकार, समेटना पड़ा करोबार

ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बाहर फंसे ब्रिटिश यात्रियों को स्वदेश वापस लाने की बात कही है साथ ही इस बात का भी खुलासा किया कि सरकार ने थॉमस कुक के 150 मिलियन पाउंड बेलआउट पैकेज को अस्वीकार कर दिया क्योंकि ऐसा करना नैतिक रूप से सही नहीं होता। संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने के लिए जा रहे ब्रिटिश पीएम ने विमान में संवाददाताओं से कहा, 'यह एक बहुत ही कठिन स्थिति है और जाहिर तौर पर हम थॉमस कुक के ग्राहकों के साथ हैं, छुट्टी मनाने गए लोग जिन्हें घर लौटने में कठिनाई होगी उन्हें वापस लाने के लिए हम पूरी कोशिश करेंगे।'

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1841 में शुरू हुई थी थॉमस कुक की कहानी

थॉमस कुक का कारोबार समेटना ब्रिटेन की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक के अंत का प्रतीक है जिसने 1841 में स्थानीय रेल से सैर कराने की शुरुआत कर दो विश्व युद्ध देखे और पैकेज हॉलीडे और टूरिज्म की अग्रणी कंपनी बनकर उभरी। फर्म 16 देशों में 19 मिलियन लोगों के लिए होटल, रिसॉर्ट और एयरलाइंस संचालित कर रही थी। वर्तमान में इसके 600,000 लोग विदेश में हैं, जिसने सरकार और बीमा कंपनियों को एक बड़े राहत अभियान का समन्वय करने के लिए मजबूर कर दिया है। कंपनी के सीईओ पीटर फनकॉशर ने एक बयान में कहा कि 'मैं अपने लाखों ग्राहकों से माफी मांगना चाहूंगा, और हजारों कर्मचारी, आपूर्तिकर्ता और साझेदार जिन्होंने बरसों तक हमारा साथ दिया।

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