- स्लीपर बसों का दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने किया था रियल्टी चेक

- मानक के विपरीत चलती मिलीं बसें, खबर छपते ही आरटीओ ने शुरू की कार्रवाई

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GORAKHPUR: मानकों की धज्जियां उड़ा गोरखपुर से फर्राटा भर रहीं स्लीपर बसें आखिर आरटीओ के जिम्मेदारों को नजर आ ही गईं। फिरोजाबाद में बस हादसे में कई मौतों के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने गोरखपुर में स्लीपर बसों का रियल्टी चेक किया था। जिसमें मानक के विपरीत स्लीपर बसें चलती मिलीं। 'जानलेवा स्लीपर बसों का शिकार कब करेंगे आरटीओ साहब' हेडिंग से न्यूज पब्लिश होते ही आरटीओ टीम ने आनन-फानन में चेक कर 108 बसों को पहले तो ऑनलाइन रिकॉर्ड में लॉक किया। जिससे इन बसों का देश के किसी कोने में कोई काम ना हो सके। इसके बाद स्लीपर बस मालिकों को नोटिस भेजी है।

अब बना नया मानक

एआरटीओ प्रशासन श्याम लाल ने बताया कि सभी बस संचालकों को एआईएस 119 एवं एआईएस 052 में निर्धारित मानकों को पूरा करना होता है। इसके अंतर्गत पैसेंजर्स की सुरक्षा की दृष्टि से बसों में ओवर हैंग, 4 इमरजेंसी डोर, आने-जाने की सरल सुविधा एवं अग्निशमन यंत्र होना जरूरी है।

तो कैंसिल हो जाएगा वाहन फिटनेस

उन्होंने बताया कि सभी बस मालिकों को निर्धारित मानकों को पूरा कराकर बसों की फिर से जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें चेतावनी देते हुए कहा गया है कि अगर मानक पूरे कर बसों की जांच नहीं कराई तो उनके वाहनों के फिटनेस कैंसिल कर दिए जाएंगे।

फिरोजाबाद बस हादसे में 14 की हुई थी मौत

आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर फिरोजाबाद में हुए स्लीपर बस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई थी। ये स्लीपर बस गोरखपुर आरटीटो से रजिस्टर्ड थी। जांच में ये बस मानक के विपरित मिली थी।