-जाजमऊ स्थित मदरसे में पढ़ते थे दोनों छात्रा

-रविवार को संदिग्ध परिस्थिति में मदरसे से गायब हुए थे

-मालरोड से हुए बरामद, छात्रों ने अगवा किए जाने का दावा किया

-पुलिस फर्जी कहानी मान रही है।

KANPUR :

चकेरी से अपहृत हुए दो छात्र मंगलवार को नाटकीय ढंग से सकुशल बरामद हो गए। छात्रों ने पूछताछ में जाजमऊ से अपहरण किए जाने का दावा किया है, जबकि पुलिस इसे फर्जी बता रही है। एसओ का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला फर्जी प्रतीत हो रहा है, लेकिन इसके बाद भी पुलिस तहरीर लेकर जांच कर रही है। जल्द ही सच्चाई का पता चल जाएगा।

डिप्टी पड़ाव के गुरुबतउल्ला हाते में रहने वाले मोहम्मद हसन ट्रांसपोर्टर है। उनके बेटा मोहम्मद अर्श (13) जाजमऊ स्थित डीटीसी मदरसे में पढ़ता है। वो रविवार को बेनाझाबर निवासी दोस्त शाहरुख (12) समेत गायब हो गया था। मदरसा प्रशासन को इसका पता चला तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने छात्रों का आसपास ढूढ़ा, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। उन्होंने परिजनों को जानकारी दी तो वे बदहवास हो गए। वे थाने में तहरीर देकर बच्चों की तलाश कर रहे थे कि रविवार को राहगीर ने शाहरुख की मां को फोन बताया कि उनका बेटा एक दोस्त के साथ मालरोड में खड़ा है। जिसे सुनते ही परिजन भागकर माल रोड पहुंच गए। वे बच्चों को घर लेकर गए तो उन्होंने रोते हुए बताया कि उन्हें बोलेरो सवार बदमाशों ने अगवा कर लिया था। वे मिठाई खाने के लिए मदरसे से निकले थे। वे स्वीट हाउस पर खड़े थे कि कार सवार दो युवकों ने उनको बहाने से बुलाकर कार में खींचकर अगवा कर लिया था। छात्रों के मुताबिक कार सवारों ने उनके हाथ-पैर बांध दिए थे। इसके बाद वे उनको लखनऊ रोड पर किसी जंगल में ले गए। वहां पर उनको दो दिन तक रखा गया। मंगलवार को वे उनको कार से किन्हीं ले जा रहे थे। रास्ते में वे सिगरेट पीने के लिए एक गुमटी में रुके थे कि इसी बीच वे उनकी नजर बचाकर कार से उतर गए। बच्चों के मुताबिक कार में और भी बच्चे थे। परिजन बच्चों को लेकर थाने गए तो एसओ ने बच्चों से अलग-अलग पूछताछ की। एसओ जीवाराम यादव का कहना है कि प्रथम दृष्टया फर्जी कहानी लग रही है। बच्चों ने बचने के लिए झूठी कहानी गढ़ी है। इसके बाद भी उनकी तहरीर पर जांच की जा रही है।