मीडिया के दबाव में फीफा ने सुआरेज को बलि का बकरा बनाया

तबारेज का आरोप है कि इंग्लैंड की मीडिया के दबाव में फीफा ने गुरुवार को सुआरेज को बलि का बकरा बनाया गया.  मंगलवार को इटली के डिफेंडर जियार्जियो चैलिनी को कथित रूप से कंधे पर काटने के जुर्म में फीफा ने सुआरेज पर नौ मैचों का बैन लगाने के साथ उन्हें चार महीने के लिए सस्पेंड भी किया.

खिलाड़ियों के साथ अन्याय करती है फीफा

तबारेज ने कहा  कि सुआरेज के साथ पूरे उरुग्वे का सपोर्ट है.  मैं ऐसी ऑर्गनाइजेशन के साथ काम नहीं कर सकता जो खिलाड़ियों के साथ अन्याय करती हो. मैं अगले कुछ दिनों में अपना इस्तीफा ऑफिशियल रूप से भिजवा दूंगा.

सुआरेज का पक्ष नहीं सुना गया

उन्होंने कहा कि कई बार हम यह भूल जाते है कि जिसे बलि का बकरा बनाया जा रहा है, वह भी इंसान ही है, जिसके अपने भी कुछ अधिकार होते हैं। इस मामले में इस गलती को छोड़ दिया जाए तो सुआरेज का फुटबॉल में अहम योगदान है. तबारेज ने फीफा की डिसिप्लिन कमेटी की इस बात के लिए आलोचना की कि उसने बिना सुआरेज का पक्ष जाने यह सजा सुना दी. उन्होंने कहा कि फीफा का रूख कई मामलों में अलग-अलग रहता है. उसे सभी के लिए समान नीति अपनानी चाहिए. वैसे सजा सुनाए जाने से पहले खिलाड़ी को अपना पक्ष रखने का मौका भी दिया जाना चाहिए.

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