आगरा : शातिरों ने जीजा और साले को अपना शिकार बना लिया। डेढ़ महीने के दौरान उनके एटीएम कार्ड बदलकर खातों से 1.60 लाख रुपये निकाल लिए।

शाहगंज सराय ख्वाजा क्षेत्र निवासी मोहम्मद यूनिस परवेज ने बताया कि वह तीन सितंबर को खेरिया मोड़ स्थित एटीएम से रुपये निकालने गए थे। कार्ड स्वैप करके पासवर्ड डालने लगे। इस बीच दो युवक उनके पीछे आकर खड़े हो गए। एक ने बलेंस इन्क्वारी का आप्शन बटन दबा दिया। यूनिस ने इसका विरोध किया तो युवक ने उन्हें बातों में उलझा लिया। इसी बीच उसके साथी ने अपने हाथ में लिया एटीएम कार्ड उसमें फंसा दिया। उनका कार्ड निकाल लिया। सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि वह समझ नहीं सके। बिना कैश निकाले घर लौट आए। शाम को उनके मोबाइल पर पहले 20 हजार रुपये निकालने का मैसेज आया। इसके कुछ देर बाद ही ताजगंज के एक फि¨लग स्टेशन से चार बार कार्ड स्वैप करके 50 हजार रुपये निकालने का मैसेज आया तो कार्ड बदलने का पता चला।

दूसरी घटना 25 अक्टूबर को यूनिस के जीजा लियाकत के साथ हुई। कोटा के रहने वाले लियाकत अपनी ससुराल आए थे। वह 25 अक्टूृबर की शाम को खेरिया मोड़ स्थित एटीएम से कैश निकालने गए। केबिन में पहले से खड़े युवकों ने उन्हें भी बातों में उलझा लिया। युवक के साथी ने उनका कार्ड निकाल लिया। स्वैप मशीन से कार्ड गायब देख वह युवकों को पकड़ने दौड़े। तब तक युवक बाइक से भाग चुके थे। शातिरों ने 15 मिनट बाद ही उनके खाते से दस-दस हजार करके 90 हजार रुपये निकाल लिए।

पेट्रोल पंप पर हैं शातिरों के फुटेज :

यूनिस ने बताया कि युवकों ने ताजगंज के एक पेट्रोल पंप पर उनका कार्ड चार बार स्वैप करके 50 हजार रुपये निकाले थे। स्टाफ ने बताया कि युवकों का कहना था कि उनकी बहन अस्पताल में भर्ती है। आसपास के एटीएम काम नहीं कर रहे हैं। रुपये की सख्त जरूरत है। पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरों में बाइक सवार दोनों शातिरों के फुटेज भी हैं।