आगरा। बेसिक शिक्षा, बैंकों समेत अन्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से वर्ष 2008 से 2015 तक धनराशि में खेल करता रहा। मिड डे मील की रकम अपने और संबंधियों के खातों में जमा कर करोड़ों की संपत्ति खरीद ली। घोटाले की शिकायत शासन में करने पर आगरा विजिलेंस से जांच कराई गई। अब भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के साक्ष्य मिलने पर सहायक शिक्षक समेत आठ विभागों के खिलाफ विजिलेंस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी शिक्षक चंद्रकांत शर्मा, प्राथमिक विद्यालय जाजपुर टूंडला में प्रधानाध्यापक है। मूलरूप से मोहल्ला खेड़ा शिकोहाबाद, फिरोजाबाद निवासी शिक्षक वर्तमान में सेक्टर सात आवास विकास कॉलोनी, सिकंदरा आगरा में रहता है।

वर्ष 2007 मेें कराई संस्था का पंजीकृत
आरोप है कि शिक्षक ने 10 जनवरी 2007 में उप निबंधक फम्र्स सोसायटी एवं चिट््स में फर्जी पहचान पत्र व राशन कार्ड लगा सारस्वत आवासीय शिक्षा सेवा समिति, शिकोहाबाद के नाम से संस्था पंजीकृत कराई।

पत्नी को बनाया संस्था का सचि
आरोपी ने अपनी पत्नी बेबी शर्मा को संस्था का प्रबंधक सचिव बना दिया। पत्नी ने पति चंद्रकांत शर्मा को इसी संस्था में फर्जी नाम सुनील कुमार से कोषाध्यक्ष बना दिया।

शिक्षक ने वर्ष 2008 में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से साठ-गांठ कर फिरोजाबाद के नगरीय प्राथमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों का मिड डे मील कार्य अपनी संस्था सारस्वत आवासीय शिक्षा समिति शिकोहाबाद को दिला दिया। मिड डे मील के लिए आने वाली धनराशि के लिए पंजाब नेशनल बैंक शिकोहाबाद में खाता खुलवाया गया था। शिक्षक ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों और मिड डे मील समन्वयक से साठ गांठ कर वर्ष 2008 से 15 मई 2014 के दौरान 11 करोड़, 46 लाख, 48 हजार 500 रुपए निकाल लिए।


भ्रष्टाचार में कर्मचारियों की साठ-गंाठ
इस रकम को उसने आगरा की विभिन्न बैंकों में अपनी पत्नी और बच्चों के नाम जमा करा दिया। शिक्षक ने इस रकम से चल-अचल संपत्ति बनाई। भ्रष्टाचार से बनाई गई संपत्ति को वैध बनाने के लिए उसने विभिन्न बैंकों में गिरवी रख उस पर ऋण लेकर अन्य जगहों पर निवेश किया। शिक्षक के भ्रष्टाचार की शिकायत पांच वर्ष पहले शासन में की गई थी। गोपनीय जांच के बाद शासन ने खुली जांच के आदेश किए। विजिलेंस द्वारा जांच के बाद शिक्षक चंद्रकांत शर्मा और संबंधित विभागों की मिलीभगत से 11.46 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया। प्रभारी एसपी विजिलेंस आलोक शर्मा के अनुसार मुकदमा दर्ज किया है। विवेचना की जा रही है।

भ्रष्टाचार में लिप्त आरोपी विभाग
-बेसिक शिक्षा विभाग फिरोजाबाद
- पंजाब नेशनल बैंक शिकोहाबाद
-विभिन्न बैंक आगरा
-उप निबंधक फम्र्स एवं चिट््स आगरा
-मिड डे मील समन्वयक फिरोजाबाद
-आवास विकास परिषद आगरा
-टोरेंट पावर लिमिटेड और नगर निगम।

इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
-भ्रष्टाचार की धारा 13 (2) और 13 (1)
-आइपीसी की धारा 120बी, 471, 468, 467, 420 और 409.