3,511 स्टूडेंट्स का रिजल्ट नहीं घोषित
जिले से परीक्षा देने वाले 14,075 स्टूडेंट्स में से सीबीएसई ने 10,564 स्टूडेंट्स का ही रिजल्ट जारी किया है, जबकि 3,511 स्टूडेंट्स का रिजल्ट घोषित नहीं किए हैं। अधिकांश की कंपार्टमेंट आई है।

न्यायिक सेवा में जाना है लक्ष्य
शास्त्रीपुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल की बजरंग नगर निवासी खुशी अग्रवाल ने भी 12वीं में 98.2 प्रतिशत प्राप्त किए हैं। उन्होंने बताया कि मैंने एनसीईआरटी पर पूरा ध्यान केंद्रित कर नोट््स बनाकर पढ़ाई। पढ़ाई प्रभावित न हो, इसलिए सोशल मीडिया का उपयोग नहीं किया। छोटे-छोटे टॉपिक भी स्पष्टता से समझे। न्यायिक सेवा में जाना चाहती हूं। ऐसा उन्होंने क्लास छह में ही तय कर लिया था कि वह जानेंगी कि कानून कैसे बनता है। क्लेट में उनकी 89 वीं रैंक है और उन्हें एनएलयू रायपुर मिला है। इनके पिता डॉ। संदीप अग्रवाल ङ्क्षहदुस्तान कॉलेज में हैं, मां विनीता अग्रवाल दाऊदयाल कॅालेज फिरोजाबाद की प्राचार्य हैं।

द्वितीय टॉपर
बीए ऑनर्स के बाद करेंगी एमबीए
दिल्ली पब्लिक स्कूल की सुलभ विहार, असोपा हॉस्पिटल निवासी व्याख्या शर्मा ने 12वीं में 97.8 प्रतिशत प्राप्त किए हैं। उन्होंने बताया कि परीक्षा की तैयारी एक-दो दिन में नहीं होती, नियमित रूप से पढ़कर तैयारी करना पड़ती है। लेकिन अत्यधिक पढऩे से भी बचना चाहिए। परीक्षा से दो दिन पहले रिवीजन करें और सैंपल पेपर हल करने से आत्मविश्वास बढ़ेगा। दिल्ली यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में बीए ऑनर्स करने के बाद फाइनेंस या मैनेजमेंट में एमबीए करेंगी। उन्होंने स्टूडेंट्स को सुझाव दिया कि तनाव लेने से बचें और स्वयं से नोट््स बनाएंगे, तो बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। इनके पिता उपेंद्र शर्मा बिजनेसमैन हैं और मां ममता शर्मा दयालबाग स्थित प्री प्राइमरी स्कूल में प्रिंसिपल हैं।

आईआईटी से करना है बीटेक कंप्यूटर साइंस
एवीएमडी पब्लिक स्कूल की कुबेरपुर निवासी तन्वी अग्रवाल ने 12वीं में 97.8 प्रतिशत प्राप्त किए हैं। उन्होंने बताया कि मैंने तनावमुक्त होकर नियमित पढ़ाई कर तैयारी की। किसी से तुलना नहीं की, क्योंकि ऐसा करने से मन में नकारात्मक भाव आते हैं। सफलता के लिए जरूरी है कि सभी विषयों के कांसेप्ट क्लीयर करें। संदेह इसलिए नहीं छोडऩे चाहिए कि कोई क्या कहेगा जबकि उनके स्पष्ट होने तक प्रयास करें। तन्वी ने जेईई मेन पास कर लिया है, जेईई एडवांस की तैयारी कर रही हैं। वह आईआईटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना चाहती हैं। पिता अभिषेक अग्रवाल बिजनेसमैन हैं और मां आरती अग्रवाल हाउस वाइफ हैं।

तृतीय टॉपर
क्लीनिकल साइकोलाजिस्ट बनना है
जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल की छात्रा और पश्चिमपुरी, सिकंदरा निवासी पलक भारद्वाज ने सीबीएसई 12वीं में 97.6 प्रतिशत प्राप्त किए हैं। उन्होंने बताया कि शुरूआत से ही घंटों में बंधने की जगह लक्ष्य निर्धारित करके नियमित पढ़ाई की। पुस्तकों से पढ़कर स्वयं अभ्यास किया। इससे विषय को सोच में 360 डिग्री लाभ हुआ। भविष्य में क्लीनिकल साइकोलाजिस्ट बनाना है, इसलिए सीयूईटी के माध्यम से नोयडा के आइएलएम या दयालबाग शिक्षण संस्थान से मनोविज्ञान की पढ़ाई करनी है। तनाव कम करने को बैडङ्क्षमटन खेलना और पुराने गाने सुनना पसंद है। लक्ष्य स्पष्ट रखें, सफलता अवश्य मिलेगी। पिता संजय शर्मा एडीएफसी बैंक में वाइस प्रेसिडेंट और मां सीमा शर्मा गृहणी हैं।

लेखन पसंद, बनना है सीए
गायत्री पब्लिक स्कूल की गोकुलपुरा निवासी कांची गुप्ता के सीबीएसई 12वीं में 97.6 प्रतिशत आए हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में नियमित रहकर सभी कक्षाएं लीं और संदेह होने पर शिक्षकों से मार्गदर्शन प्राप्त किया। सिर्फ गणित की कोङ्क्षचग ली, शेष विषयों की तैयारी स्वयं की। नियमित रूप से क्रिकेट खेलती हूं, लिखने का शौक है। मेरी लिखी लव रिवर पुस्तक दिसंबर में प्रकाशित हो चुकी है। मंडलीय ङ्क्षहदी निबंध लेखन प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीता। अन्य कार्यक्रमों में भी प्रमुखता से प्रतिभाग किया। भविष्य में सीए करना है, इसके लिए वह पिता के साथ एकाउंट््स करते-करते प्रेरित हुई। स्टूडेंट्स रटने के स्थान पर टॉपिक समझें। इससे पढऩे में मन लगेगा। पिता दिनेश कुमार गुप्ता बिजनेसमैन और मां नूतन गुप्ता हाउस वाइफ हैं।



टयूशन देकर हासिल की सफलता
सेंट सीएफ एंड्रयूज स्कूल में पढऩे वाली छात्रा किरण ने सीबीएसई 12वीं के एग्जाम में 97.4 फीसदी नंबर प्राप्त कर स्कूल टॉप किया है। किरण ने स्कूल के साथ माता-पिता की भी नाम रौशन किया है। गांव हाजीपुर खेड़ा के बेहद सामान्य परिवार से आने वाली किरण के पिता किसान हैं, आर्थिकतंगी खराब होने के कारण छात्रा ने बच्चों को ट्यूशन देकर अपनी पढ़ाई जारी की। किरण पांच बहनों में सबसे बड़ी है। वो अपनी बहनों की भी पढ़ाई में मदद करती है।


सोशल मीडिया से बनाई दूरी तो हासिल किया सफलता का मुकाम
कर्नल्स ब्राइटलैंड पब्लिक स्कूल के तोहरा निवासी मानवेंद्र ङ्क्षसह ने 12वीं 98.2 प्रतिशत प्राप्त किए हैं। उन्होंने बताया कि मैंने अलग से कुछ नहीं किया। सिर्फ स्कूल रेगुलर अटेंड किया है। शंका दूर होने तक संतुष्ट नहीं हुआ। हां, सोशल मीडिया के प्रयोग से ध्यान भंग हो सकता था, इसलिए मैंने उससे दूरी बना ली थी। भविष्य में दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए ऑनर्स करना है। यूपीएससी की तैयारी करूंगा। इसलिए फिलहाल सीयूईटी दिया है। स्टूडेंट्स को सुझाव दिया कि प्रश्नों के उत्तर ठीक से दें। जो पूछा जाए, वह स्पष्ट होना चाहिए। स्वयं नोट््स बनाकर तैयारी करेंगे तो टॉपिक अधिक स्पष्ट होगा। इनके पिता ददेलाल ङ्क्षसह ग्राम विकास अधिकारी और मां संगीता गृहणी हैं।