आगरा(ब्यूरो ).शेरवानी और सूट पहने दूल्हे तैयार थे, तो लाल जोड़ों में सजी दुल्हनें चमक बिखेर रही थीं। कोठी मीना बाजार मैदान की छठा निराली थी। जगह-जगह वेदियां सजी थीं, तो वैदिक मंत्र गूंज रहे थे। वहीं मौलवी भी निकाह कुबूल करा रहे थे। जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और अभिभावकों की मौजूदगी में भव्य कार्यक्रम हुआ। इस दौरान 2844 जोड़ों का विवाह हुआ तो 88 का निकाह।

कोठी मीना बाजार में हुआ आयोजन
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत रविवार को कोठी मीना बाजार मैदान में भव्य समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान श्रमिकों की बेटी, बेटों की शादी श्रम विभाग द्वारा कराई गई तो उनको 75 हजार रुपए की धनराशि खाते में पहुंचाने की व्यवस्था है, जिसमें से 10 हजार रुपए कपड़ों के लिए हैं। तड़के से ही मैदान में परिजनों के साथ नवयुगल पहुंचने शुरू हो गए। दोपहर दो बजे पहुंचे श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने वर-वधु को आशीर्वाद दिया। इसके साथ ही सभी को बच्चों और बेटियों को शिक्षित बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मंच से श्रमिकों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी भी दी। इस दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो.एसपी ङ्क्षसह बघेल, पत्नी मधु बघेल, मेयर नवीन जैन, पत्नी रेनू जैन, विधायक योगेंद्र उपाध्याय, रामप्रताप ङ्क्षसह चौहान, हेमलता दिवाकर, जिलाधिकारी प्रभु एन ङ्क्षसह, सीडीओ ए मनिकंडन, उपश्रमायुक्त धर्मेद्र ङ्क्षसह आदि मौजूद थे।

दो हजार बच्चों को बांटी साइकिल

श्रमिकों के नौ से 12वीं कक्षा में पढऩे वाले बच्चों को साइकिल प्रदान की गई। समारोह में संत रविदास शिक्षा योजना के तहत साइकिल वितरण हुआ। सहायक श्रमायुक्त पल्लवी अग्रवाल ने बताया कि श्रमिकों के बच्चों को स्कूल तक पहुंचने के लिए सरकार द्वारा संसाधन उपलब्ध कराया गया है।

हुए फेरे घर जाकर होगी शादी
श्रम विभाग द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह के दर्जनों लाभार्थियों ने अफरा-तफरी वाला बताया। एक नवयुगल के पिता जगदीश प्रसाद ने बताया कि यहां तो सिर्फ खानापूरी हो रही है। प्रमाण पत्र लेने के बाद अपने घर जाकर शादी करेंगे। वहां रिश्तेदारों को भी बुलाया है। एक दूसरे जोड़े में से दुल्हन कविता ने बताया कि सीमित संख्या के कारण घर पर आयोजन किया जाएगा। रिश्तेदारों को वहीं बुलाया गया है। कुछ जोड़ों ने पूर्व में शादी होने की बात भी कही, यहां लाभार्थी बनने को सम्मिलित हुए हैं।

नाबालिग होने की रही चर्चा

सामूहिक विवाह में पहुंचे घराती-बराती जब श्रम मंत्री के आगमन का इंतजार कर रहे थे तो आपस में मेल-जोल भी हो गया। इस दौरान कई जोड़ों को लेकर सवालिया निशान खड़े किए गए। चर्चा में कई जोड़ों को नाबालिग होने की बात कह दी गई। इसके बाद कई परिवारों ने चर्चा से किनारा कर लिया।

किसी के हाथ नहीं आया भोजन तो कहीं बिखरी रहीं पूड़ी, सब्जी
सामूहिक विवाह में श्रम विभाग की ओर से नवयुगल और परिजनों के लिए खाने की व्यवस्था की गई थी। वितरण व्यवस्था फेल हो गई, जिससे कुछ लोगों के हाथ तो भरपूर खाना आ गया, जबकि कई जोड़ों को कुछ नहीं मिला। मैदान में कई स्थानों पर पूड़ी, सब्जी भी ङ्क्षफकी दिखाई दीं। वहीं दर्जनों जोड़ों ने भोजन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने की बात कही।