आगरा (ब्यूरो) नकल पर नकेल के चलते मंडल में 37 हजार परीक्षार्थियों ने एग्जाम छोड़ा है। इसमें हाईस्कूल एग्जाम में 20 हजार स्टूडेंट्स तो 17 हजार इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स ने परीक्षा छोड़ी है। मंडल में 78 नकलची भी पकड़े गए। वहीं आगरा जनपद में हाईस्कूल के 6237, इंटरमीडिएट एग्जाम में 4978 स्टूडेंट्स ने बोर्ड एग्जाम की परीक्षा छोड़ी। एग्जाम के दौरान क्वालिटी का विशेष ध्यान रखा गया है।

सख्ती से मायूस नकल माफिया

यूपी बोर्ड को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से नकल पर सख्ती बरती गई। इससे नकल माफियाओं को मायूस होना पड़ा। सूत्रों की मानें तो एग्जाम शुरू होने से पहले नकल माफिया सक्रिय हुए थे, उन्होंने ग्रामीण इलाकों में रहने वाले परीक्षार्थियों को सेंटर पर नकल करवाने का दावा किया था, इसके एवज में एडवांस के रूप में मोटी रकम भी उनसे ली थी। लेकिन, परीक्षा में सख्ती देख उन्हें निराश होना पड़ा। इतना ही नहीं बतौर एडवांस के रूप में ली गई रकम को भी वापस करना पड़ा।

मैथ, इंग्लिश थे मेन सब्जेक्ट

नकल माफियाओं की ओर से स्टूडेंट्स को मुख्य एग्जाम में नकल कराने का दावा किया गया था, जिसमें पासिंग मा‌र्क्स लाने की बात कही गई। इसको लेकर तय रकम भी एक पेपर के लिए फिक्स की गई थी। बोर्ड एग्जाम में अधिकतर स्टूडेंट्स के लिए मैथ, साइंस और इंग्लिश ही टफ सब्जेक्ट थे। नगल माफियाओं ने इन सब्जेक्ट्स में स्टूडेंट्स को नकल कराने की बात कही गई, लेकिन सख्ती ने उनके सारे प्रयास फेल कर दिए।

'बोर्ड एग्जाम समाप्त हो चुके हैं। इस दौरान एग्जाम क्वालिटी पर विशेष ध्यान रखा गया है। इसके चलते जो स्टूडेंट्स नकल के भरोसे रहे, उन्होंने बड़ी संख्या में एग्जाम छोड़ा है। इसमें मैथ, साइंस और इग्लिश के एग्जाम के बाद अधिकतर स्टूडेंट्स ने एग्जाम से गिवअप किया है।'

- डॉ- मुकेश अग्रवाल, संयुक्त शिक्षा निदेशक आगरा मंडल

इतनों ने छोड़ी परीक्षा

-हाईस्कूल के परीक्षार्थी : 20 हजार

- इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी : 17 हजार

- नकलची : 78

आगरा जनपद में

- हाईस्कूल के परीक्षार्थी : 6237

- इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी : 4978