आगरा(ब्यूरो)। साइबर सेल प्रभारी सुल्तान सिंह का कहना है कि किसी भी अनजान नंबर से कॉल करने वाले के झांसे में न आएं। कॉलर आपका रिश्तेदार बनकर रुपए मांगता है तो बिल्कुल झांसे में ना आएं। पहले अपने उस रिश्तेदार को कॉल करके इस बात की पुष्टि कर लें कि कॉल करने वाला जो बता रहा है, उससे बचने के लिए अलर्ट जरूरी है। अधिकतर लोग बिना पुष्टी के ही एकाउंट में रुपए सेंड कर ठगी का शिकार बन जाते हैं। बाद में थाना और साइबर सेल के कार्यालय पहुंचते हैं लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। साइबर फ्रॉड संबंधित एकाउंट से रुपए निकाल कर उसको खाले कर देते हैं।

दस फीसदी बढ़ा साइबर क्राइम
साइबर सेल प्रभारी सुल्तान सिंह ने बताया कि साइबर क्रिमिनल्स ठगी के हर बार नए तरीके निकालते हैं। इस बार रिश्तेदार बनकर फ्रॉड करने वाली घटनाओं में दस फीसदी इजाफा हुआ है। थाने में आने वाली शिकायतों में अधिकतर मामले रिश्तेदार बनकर साइबर फ्रॉड के हैं। साइबर सेल की ओर से शहर में जगह-जगह नुक्कड़ नाटक कर लोगों को अवेयर किया जाता है, लेकिन इसके बाद भी फ्रॉड के मामले हर महीने में आठ से दस पहुंच रहे हैं, अधिकतर मामलों में पीडि़त शिकायत ही नहीं करता है, या फिर थाने से शिकायत को फॉलो नहीं करता है।


केस1
दयालबाग मेें रहने वाले एक प्रतिष्ठित कंपनी के एग्जक्यूटिव सोनम सिंह से शातिर साइबर फ्रॉड ने गांव के व्यक्ति की आवाज निकालकर मदद के नाम पर 24 हजार रुपए ठग लिए। गांव में बात करने पर पता चला कि उनके साथ साइबर ठगी की वारदात हुई है। इसके बाद पीडि़त ने संबंधित थाने मेें शिकायत की, लेकिन कोई फायदा नहीं मिला।


केस2
रामबाग के रहने वाले आलू व्यापारी लाखन सिंंह क्षेत्र निवासी वंदना को कॉल करके शातिर ने ननद का पति बताकर 20 हजार रुपए भेजने की बात कहकर खाते से दो बार में 30 हजार रुपए निकाल लिए। जानकारी करने पर उन्हें फ्रॉड का पता चला है। थाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। पीडि़त के एक और रिश्तेदार से इसी तर्ज पर फ्रॉड किया गया था। इसमें 5 हजार रुपए खाते से ठगे गए।


साइबर सेल ने शेयर किए टिप्स
-किसी भी अनजान नंबर पर बात करने से बचें।
-बात करते हैं और कॉलर आपका रिश्तेदार बताकर रुपए मांगता है तो तुरंत रुपए न दें।
-पहले कॉल काटकर अपने उसी रिश्तेदार के नंबर पर कॉल करके पुष्टि कर लें।
-शातिर कई बार खाते में रुपए भेजने का फर्जी मैसेज भेजकर रुपए मांगते हैं।
-पहले अपने खाते की ट्रांजेक्शन देख लेंं और उस मैसेज का सत्यापन कर लें।

साइबर अपराध
-वर्ष 2022 में साइबर फ्रॉड
478

-वर्ष 2023 में साइबर फ्रॉड
522

-रिश्तेदार बनकर फ्रॉड के केस
जनवरी से अक्टूबर तक
82


रिश्तेदार बनकर फ्रॉड के कई मामले सामने आ चुके हैं। अगर आपके पास भी ऐसी कोई कॉल आए तो जाल में फंसे नहीं और रुपए देने से पहले अपने रिश्तेदार या पिता को कॉल करके इसे सत्यापित कर लें। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिये कॉल रिकॉर्ड करके रिश्तेदार की आवाज निकालकर ठगी के मामले आ रहे हैँ।
-सुल्तान सिंह, जिला साइबर सेल

सूझ-बूझ से बची ठगी

मेरे मोबाइल फोन पर एक कॉल आया इसमें कॉलर ने खुद को मेरे पिता का दोस्त बताया था और आर्थिक मदद मांगी थी, लेकिन जब मेने कॉल कर वास्तविक स्थिति जानने की कोशिश की तो पता चला कि कॉलर फ्रॉड था।
- एम दुग्गल


मुझे मेरे भतीजे का कॉल आया, जिसमें कॉल किया गया था कि उसे कुछ रुपए की नीड है। ऐसे में मैने जब कॉल किया तो पता चला कि उसने मुझे कॉल ही नहीं किया।
-अनूप कुमार


शहर में मेरा कारोबार है, अक्सर पेमेंट का लेना-देना लगा रहता है। मुझे कॉल आया कि माल भेज दिया है, अभी एडवांस पेमेंट चाहिए। मैंने सोचा कि रुपए भेजने से पहले एक बार कॉल कर लूं, तो बता चला कोई फ्रॉड था।
नितिन