आगरा(ब्यूरो)। रिवर कनेक्ट कैंपेन के संयोजक ब्रज खंडेलवाल ने कहा कि बीते तीन दशक में तीन बार बैराज का शिलान्यास हो चुका है, लेकिन जमीन स्तर पर कुछ नहीं हुआ है। लोक स्वर संस्था के राजीव गुप्ता ने कहा कि कभी आगरा की लाइफ लाइन कही जाने वाली यमुना आज पानी के अभाव में मृतप्राय: नजर आती है। योगी सरकार रबर चेकडैम के निर्माण में एनओसी की आखिरी बाधा को दूर कराए।

दूर की जाए एनओसी की बाधा

ईको क्लब के अध्यक्ष प्रदीप खंडेलवाल ने यमुना को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए यमुना में सीधे गिरने वाले नालों को टैप कर डायवर्ट करने की मांग की। जगन प्रसाद तेहेरिया, चतुर्भुज तिवारी, पद्मिनी अय्यर, निधि पाठक, गोस्वामी नंदन श्रोत्रिय मौजूद रहे।

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से नहीं मिली एनओसी
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से रबर चेकडैम के निर्माण को एनओसी नहीं मिली है। भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण, केंद्रीय जल आयोग, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, ताज ट्रेपेजियम जोन प्राधिकरण, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा एनओसी जारी की जा चुकी हैं।

रबर चेकडैम को प्राप्त बजट व स्थिति
वित्तीय वर्ष धनराशि स्थिति
2018-19, 50 करोड़ सरेंडर
2019-20, छह करोड़ सरेंडर
2020-21, 100 करोड सरेंडर
2022-23, 20 करोड़ सरेंडर
2023-24, छह करोड़ प्राप्त