- 70 किमी प्रति घंटा की स्पीड से चल रही थी बस

आगरा। सुबह के करीब पौने चार बजे का समय था। एनएच 19 पर वाहन रफ्तार भर रहे थे। तभी एक तेज धमाके की आवाज सुनाई दी। आसपास के लोगों को एकबार तो लगा कि बम फटा है। अगले ही पल जैसे ही चीखपुकार सुनाई दी लोगों ने मौके की ओर दौड़ लगा दी। बस के आगे के हिस्से के परखच्चे उड़ चुके थे। खून से लथपथ सवारियां मदद के लिए चीख रहीं थी।

नींद में थे अधिकतर पैसेंजर्स

प्रत्यक्षदर्शी हरेंद्र सिंह ने बताया कि हादसे के समय बस की स्पीड कोई 70 किमी प्रति घंटा के करीब होगी। फ्लाईओवर पर चढ़ने के दौरान स्पीड और बढ़ गई। तभी जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी। उस समय बस में सवार अधिकतर पैसेंजर्स नींद में थे। दुर्घटना के बाद बस में चींख-पुकार मच गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्स ट्रक में पूरी तरह धंस गया।

चालक की लगी झपकी

बस के चालक ने झपकी से बचने के लिए आसपास बैठे लोगों से बात करने की कोशिश की थी, जिससे नींद न आए। वहीं चालक साइड पर सवारियों को नींद आने पर बस में पीछे भेज दिया गया। लेकिन, इसके बाद भी रोड पर सामने खड़े ट्रक में बस धंस गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आसपास रोशनी थी। सुबह हादसे के बाद क्रेन की मदद से वाहन को अलग किया गया।

वर्जन

हमारे साथ छह लोग हैं। प्रतापगढ़ से मथुरा जा रहे थे। रास्ते में तेज धमाका हुआ। सभी सोच रहे थे कि बस में बम जैसा कुछ विस्फोट हुआ है, क्योंकि बाहर रोशनी बहुत कम थी। कुछ देर बाद पता चला कि बस खड़े ट्रक से टकराई गई है।

राजू, घायल

हम सभी माता के दर्शन करने के बाद लौट रहे थे। हम एक ही परिवार की छह महिलाएं हैं, जिसमें से मेरी बुआ का पता नहीं है। एक के हाथ में फै्रक्चर सभी का इलाज चल रहा है। कुछ घायलों को प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाया गया है, क्योंकि यहां सुविधा कम हैं।

अर्चना, घायल

मेरे साथ चार लोग और हैं, जो आगरा आ रहे थे। ठेकेदार का फोन आया था कि काम आया है, तो साथियों के साथ बस में सवार हो कर चले आए, सोचा था सुबह तक आगरा पहुंच जाएंगे। लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे थे कि तभी काम शुरू होगा। सोमवार को आना चाह रहे थे, लेकिन परिवार में कुछ समस्या थीं, जिसके कारण बुधवार रात को खाना साथ लेकर बस में सवार हो गए।

हरेंद्र सिंह, घायल

मजदूरी के लिए प्रतापगढ़ से मथुरा जा रहे थे। परिवार में और भी लोग हैं, जो घायल हुए हैं। सभी का इलाज चल रहा है। अचानक हुई दुर्घटना से किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। मेरे भी सिर और हाथ में चोट आई है।

अरुण, घायल

- हादसे में घायल पैसेंजर्स

10 से 12

- बस में सवार पैसेंजर्स

35 से 40