आगरा। आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) की दो टीमों ने बरातघर, चार भवन और दस दुकानों को सील कर दिया। सिकंदरा-बोदला रोड पर चार भवनों में आवासीय के बदले व्यावसायिक गतिविधियां संचालित थीं। सात दुकानदारों को नोटिस जारी किए गए हैं। इन्हें दुकानों का शमन कराने के लिए 15 दिन की मोहलत दी गई है।

17 हजार अवैध निर्माण

एडीए के दस वार्डो में 17 हजार अवैध निर्माण हैं। प्रदेश सरकार अवैध निर्माणों को लेकर सख्त है। इसे देखते हुए पिछले दिनों एडीए उपाध्यक्ष डॉ। राजेंद्र पैंसिया ने समीक्षा की। बुधवार को पहली टीम सिकंदरा-बोदला रोड पर पहुंची। कमला नगर निवासी नंद किशोर मगरानी के भूखंड संख्या 27, शशि नगर में संदीप प्रजापति के भूखंड संख्या 98, राजेश जैन के भूखंड संख्या 101 और 102, रामदास श्रीवास्तव के स्पोट्र्स किंग कांपलेक्स में बेसमेंट और प्रथम तल को सील कर दिया गया। टीम में सहायक अभियंता एके सिंह, अवर अभियंता केके सरावगी, राजकपूर, सत्येंद्र सोलंकी आदि शामिल रहे।

दयालबाग में भी कार्रवाई

दूसरी टीम दयालबाग पहुंची। सुरेश कुमार अग्रवाल ने बिना नक्शा पास कराए दस हजार वर्ग मीटर में बरातघर का निर्माण कर लिया था। तीन कमरे बना लिए थे। इसी तरह से नीरज निकुंज फेज प्रथम में मनोज गिरि ने 500 वर्ग मीटर में बिना नक्शा पास कराए दस दुकानों का निर्माण कर लिया था। बरातघर और दसों दुकानों को सील कर दिया गया। टीम में सहायक अभियंता अनुराग चौधरी, वीएन सिंह आदि शामिल रहे।

सबसे अधिक फतेहाबाद और शमसाबाद रोड की शिकायतें

एडीए में अवैध निर्माण को लेकर हर दिन तीन से पांच शिकायतें पहुंचती हैं। इनमें सबसे अधिक फतेहाबाद रोड और शमसाबाद रोड की होती हैं। शिकायतकर्ता एसके गोयल ने बताया कि शमसाबाद रोड पर आधा दर्जन से अधिक अवैध कालोनियां कट रही हैं। इसकी शिकायत जूनियर इंजीनियरों से की जा चुकी है, लेकिन आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई। कुछ यही हाल फतेहाबाद रोड का है।