आगरा। आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) के इंजीनियरों की मिलीभगत से सत्संग भवन से शास्त्रीपुरम को जाने वाली 80 फुट चौड़ी जोनल रोड के निर्माण में खेल हुआ है। छह माह पूर्व डेढ़ करोड़ रुपये से बनी एक किमी लंबी रोड पर गड्ढे हो गए हैं। 500 मीटर के आसपास रोड धंस गई है। रोड का निर्माण ठीक तरीके से नहीं किया गया। यह पर्दाफाश सोमवार को एडीए उपाध्यक्ष डॉ। राजेंद्र पैंसिया के निरीक्षण में हुआ। उपाध्यक्ष के आदेश पर मुय अभियंता एके नागर ने भगवती बिल्डर्स को नोटिस जारी किया है। 15 दिनों के भीतर जवाब न देने पर काली सूची में डालने की चेतावनी दी गई है।

कागजों में लगा दी फर्जी रिपोर्ट

एडीए ने पिछले साल शास्त्रीपुरम, ताजनगरी, का¨लदी विहार में रोड का निर्माण कराया था। नियमानुसार रोड के निर्माण के दौरान इंजीनियरों को मौजूद रहना चाहिए। इंजीनियर गैरहाजिर रहे और कागजों में सब सही की रिपोर्ट दिखा दी गई। 25 नवंबर 2020 को भगवती बिल्डर्स ने 80 फुट चौड़ी जोनल रोड का निर्माण किया था। पिछले सप्ताह बेमौसम बारिश ने इसकी पोल खोल दी। 500 मीटर रोड क्षतिग्रस्त हो गई। इसकी शिकायत एडीए उपाध्यक्ष डॉ। राजेंद्र पैंसिया से की गई। सोमवार को उपाध्यक्ष ने टीम के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि रोड का निर्माण ठीक तरीके से नहीं किया गया है। कुछ माह पूर्व ही जल निगम द्वारा सीवर लाइन बिछाई गई थी। भगवती बिल्डर्स के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। विशेष कार्याधिकारी गरिमा सिंह,

मुय अभियंता एसके नागर आदि मौजूद रहे।

कब्जा न लेने पर रद कर दिया जाए भवन का आवंटन

एडीए उपाध्यक्ष डा। राजेंद्र पैंसिया ने शास्त्रीपुरम योजना स्थित 256 ईडल्यूएस और एफ लाक में 96 भवनों का निरीक्षण किया। उन्होंने अफसरों से पूछा कि कितने आवंटियों ने दस फीसद धनराशि जमा कर कजा प्राप्त कर लिया है, उन्होंने कहा कि 25 फीसद धनराशि जमा कराकर कजे की कार्रवाई की जाए, जो भी आवंटी कजा नहीं ले रहे हैं, उनके आवंटन रद करते हुए दोबारा पंजीकरण शुरू किया जाए।

उपाध्यक्ष ने रुकवाया निर्माण कार्य

एडीए उपाध्यक्ष डॉ। राजेंद्र पैंसिया ने सोमवार दोपहर शास्त्रीपुरम स्थित खसरा नंबर 197 में चल रहे निर्माण कार्य को रुकवा दिया। एडीए की जमीन पर कजा कर भवन बनाया जा रहा था। इसी तरह से एक मैरिज होम संचालक ने चार हजार वर्ग मीटर के आसपास जमीन पर कजा कर लिया है। उपाध्यक्ष ने बताया कि अगले माह जमीन से अतिक्रमण हटाया जाएगा। दोनों स्थलों पर एडीए की आठ हजार वर्ग मीटर जमीन है।