आगरा। आगरा सेना भर्ती केंद्र के निदेशक कर्नल सुदेश भांगरा ने बताया कि 20 सितंबर से आंनद इंजीनियरिंग कॉलेज के ग्राउंड में चल रही अग्निवीर सेना भर्ती में 38 युवाओं ने सेना में अग्निवीर बनने के लिए अपनी डेट ऑफ बर्थ में बदलाव किया। इसके लिए उन्होंने 5 से 6 वर्ष तक अपनी डेट ऑफ बर्थ को कम करने के लिए आधार कार्ड में कई बार संशोधन किया। 38 मामलों में उम्मीदवार द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कई बार अपने निवास प्रमाण पत्र भी बदले हैं। अभ्यर्थी दोहरी मैट्रिक के लिए पकड़े गए हैं, इसमें उन्होंने मैट्रिक की मार्कशीट और डेट ऑफ बर्थ में छेड़छाड़ की है। फर्जीवाड़ा करने वालों में आगरा, हाथरस और फिरोजाबाद जिले के अभ्यर्र्थी शामिल हैं।

94 ने स्वीकारा फर्जीवाड़ा
कर्नल स़देश भांगरा ने बताया कि 26-27 सितंबर को 94 अभ्यर्थियों ने स्वयं फर्जीवाड़े को स्वीकार किया है। उन्होंने इसको लिखित मेें दिया है। उन्होंने अग्निवीर बनने के लिए दस्तावेजों में संशोधन किया है। कर्नल सुदेश भांगरा ने रैली के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों को सलाह दी है कि वे ऐसे सभी कपटपूर्ण प्रयासों से बचें और दलालों से प्रभावित न हों, अगर भविष्य में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हो जाती है तो उन उम्मीदवारों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

दलालों से रहें सावधान
सेना के अफसरों ने अग्निवीर सेना भर्ती में भाग ले रहे अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि वे दलालों से सावधान रहे। वे केवल एक ही श्र्रेणी में भाग ले सकते हैं।

तीन के खिलाफ हो चुका है मुकदमा
अभी तक दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में एक अभ्यर्थी को सिकंदरा पुलिस ने अरेस्ट किया है। जबकि उसका सहयोग करने वाले दो दोस्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। पुलिस ने पकड़े गए युवक संजय निवासी सिकंदरपुर गांव पछाय इटावा बताया था। फाइल की जांच करने पर पता लगा कि उसमें भानु प्रताप पुुत्र शिवराज के नाम से सामान्य जाति के प्रमाण पत्र चरित्र प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, हाईस्कूल की मार्कशीट व अन्य रखे थे।

रजिस्ट्रेशन: 8817
फुटफॉल: 6367


6367 अग्निवीरों ने लगाई दौड़
आनंद इजीनियरिंग कॉलेज के ग्राउंड में बुधवार को हाथरस के सासनी के 6367 अग्निवीरों ने दौड़ लगाई। बता दें कि हाथरस और सासनी के 8817 अभ्यथर््िायों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इसमें दस्तावेज और फिटनेस की जांच की गई है। इसमें 2 हजार 450 को अनफिट और दस्तावेजों में कमी मिलने पर बाहर कर दिया गया। 6367 अभ्यथर््िायों ने फुटफॉल किया।