आगरा। (ब्यूरो) उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद की ओर से कमला नगर को डेवलप किया गया। इसमें मकान और प्लॉट बना गए। यहां रहने वालों को खरीदारी के किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए दो मार्केट भी डेवलप की गईं। लेकिन गुजरते समय के साथ आज कमला नगर में घरों में दुकानें बन गईं हैं।

केस-एक
कमला नगर के बी ब्लॉक में आवासीय भवन में बैंक संचालित हो रही थी। इसी बैंक के कारण रोड का नाम भी सेंट्रल बैंक रोड पड़ गया। अब यहां कामर्शियल काम्प्लेक्स बन रहा है। नाले के बगल में बन रहे कामर्शियल काम्लेक्स का काम काफी समय से चल रहा है।

केस-दो
सी ब्लॉक में श्रीराम चौक के पास आवासीय भवन में फस्र्ट फ्लोर पर हॉल बना। इसके बाद ग्राउंड फ्लोर पर दुकानों का निर्माण शुरू कर दिया गया, यहां दो दुकानें बन कर तैयार हो चुकी हैं। इस मार्ग पर आवासीय भवनों में दुकानें बनी हैं। आवासीय भवन को तोड़कर मार्केट बना दी गई है।

केस-तीन
डी ब्लॉक में आवासीय भवन में पहले एक दुकान बनी। इसके बाद ग्राउंड फ्लोर पर आधा दर्जन दुकानें बना दी गईं। फस्र्ट और सेकेंड फ्लोर पर भी दुकानों का निर्माण चल रहा है। आवासीय भवन में मार्केट बन गई है। इसके सामने भी आवासीय भवन में दुकानें बनी हुई हैं। इस मार्ग के दोनों तरफ दुकानें बनी हैं।

नहीं दिखाई देती मल्टीलेवल मार्केट
कमला नगर की कोठी आवासीय भवनों में बनी मार्केट और बहुमंजिला कांप्लेक्स से ढक गई हैं। हर ब्लॉक में मार्ग के दोनों तरफ 70 परसेंट मकानों में दुकानें और मार्केट बनी हैं। आवासीय भवनों को तोड़कर दुकानें और मार्केट के निर्माण का सिलसिला अभी भी जारी है, लेकिन उप्र आवास एवं विकास परिषद के अधिकारियों और अभियंताओं ने आंखें मूंद रखी हैं। आवासीय भवन में थोड़ी सी भी तोडफ़ोड़ करते ही अवर अभियंता पहुंच जाते हैं, लेकिन उन्हें बहुमंजिला मार्केट बनती हुई दिखाई नहीं देती है। सील लगाना तो दूर निर्माण कार्य तक नहीं रोका जा रहा है।

आवासीय भवनों में बन गए शोरूम
उप्र आवास विकास परिषद की ओर से विकास मार्केट और कमला नगर मुख्य बाजार की मार्केट विकसित की गई थी, लेकिन अब यहां हर ब्लॉक में मार्ग के दोनों तरफ दुकानें और मार्केट बन गई हैं। सी ब्लॉक में सेंट्रल बैंक मार्ग पर एक दर्जन मकान ही बचे हैं। इसके अलावा अन्य मकानों में मार्केट और दुकान बन चुकी हैं। मुख्य बाजार की मार्केट में कुछ दुकानें बनी थीं, लेकिन यहां भी मार्ग के दोनों तरफ दुकानें बन गई हैं। सी ब्लॉक में अभी भी आवासीय भवनों में दुकानें बनाई जा रही हैं। कॉलोनी के अंदर भी आवासीय भवनों में दुकान बन गई हैं और शोरूम संचालित हो रहे हैं।
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आवासीय को व्यावसायिक करने पर रिश्वत में पकड़ी गई थी रेवेन्यू इंस्पेक्टर
इसी वर्ष जनवरी में कमला नगर ई-ब्लाक के रहने वाले सुभाष चंद्र अग्रवाल से आवासीय भवन को व्यावसायिक कराने के लिए राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने पांच लाख रुपए रिश्वत मांगी थी, विजिलेंस की टीम ने एक लाख रुपए लेते हुए नगर निगम के प्रवेश द्वार पर उन्हें पकड़ लिया था।

रेसिडेंशियल भवनों में दुकानें और शोरूम संचालित हो रहे हैं। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या से भी जूझना पड़ता है।
अशोक शर्मा

अब तो किसी रोड पर चले जाइए आपको दुकान मिल जाएगी। घरों में लोगों ने दुकानें बना ली हैं। इस ओर कोई ध्यान देने वाला नहीं है।
लावन्या शर्मा

लोगों के रहने के लिए बनी कॉलोनियां बाजार बनती जा रही हैं। संबंधित विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
दुर्गेश