पुलिस को देख भाग जाते थे लपके
ताजमहल के बाहर पर्यटकों से मोलभाव कर अभद्रता करने वाले लपके उन पर जबरन खरीदारी करने का दबाव बनाते थे, जब पुलिस की टीमें उनकी घेराबंदी करने उतरती तो वे भाग खड़े होते थे, वहीं कुछ लपके ठीक-ठाक कपड़े पहनकर खुद को पर्यटक बताने लगते थे, ऐसे पुलिस टीम को उनको पकडऩा बहुत मुश्किल होता था, क्योंकि वर्दी पहने पुलिसकर्मी दूर से ही लपकों को दिख जाते थे। इस पर थाना पर्यटन पुलिस ने बिना वर्दी के कार्रवाई करने का प्लान तैयार किया।

पर्यटक बनकर लपकों से करते थे मोलभाव
ताजमहल को लपकों से मुक्त करने के लिए एसीपी ताज सुरक्षा सैंय्यद अरीब अहमद ने पिछले एक साल में कार्रवाई कर 500 से अधिक लपकों को जेल भेज दिया है, 15 से अधिक मुकदमें भी दर्ज कराए गए हैं। लपकों से ताजमहल को मुक्त करने के लिए सादा वर्दी में पुलिस की कई टीमों को तैयार किया, जिसमें सादा वर्दी के पुलिस लपकों से पर्यटक बनकर मोलभाव करती नजर आती थी, मोलभाव करने वाली टीम वर्दी वाली टीमों को उन्हें पकडऩे के लिए आगाह करती थी, इस प्लानिंग से पिछले एक साल के भीतर 500 लपकों को जेल भेजने का काम किया है।

पुलिस के जाल में फंस गए
ताजमहल के बाहर पर्यटकों को गुमराह करने वाले लपके इस प्लानिंग को समझ ना सके और जाल में फंसते चले गए। इस दौरान दर्जनों ऐसे लपके थे, जिन्होंने नई शुरूआत की थी और पहले ही दिन पुलिस की गिरफ्त में आ गए, ऐसे लपकों को पुलिस ने हिदायत देकर माफी नामे के बाद छोड़ दिया। सोनू उस्मानी, अरमान, शकील, योगेश, रविंद्र, कुरबान नाजिर और असलम ने फिर से इस काम को नहीं करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने बताया कि जब पर्यटक मार्केट से कुछ खरीदारी करते हैं तो उनको ठीक, ठाक कमीशन मिलता है, जिसको आम बोलचाल की भाषा में छब्बी कहते हैं।


लपकागिरी छोड़ कर रहे मेहनत, मजदूरी
थाना ताज पर्यटन प्रभारी नीलम राणाने बताया कि पुलिस की लगातार कार्रवाई से लपकों ने जेल से बाहर आने के बाद खुद का काम शुरू कर दिया है, वहीं, लपकागिरी छोड़कर मेहनत, मजदूरी करना शुरू कर दिया है, सोनू उस्मानी ने बताया कि पुलिस की सख्ती से दूसरा काम करना पड़ रहा है। दूसरे लपके भी दुकानों कारखानों में काम कर परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। पुलिस भी बराबर निगरानी रखने का कार्य कर रही है।



पर्यटकों को ताजमहल से मुक्त करने का काम किया गया है, इस सराहनीय कार्य के लिए जापान की एंबेसी ने प्रशस्ति पत्र दिया है। स्थानीय स्तर पर भी लपकों से राहत मिली है। आगे भी ये कार्रवाई जारी रहेगी। पर्यटकों के बीच एक अच्छा मैसेज जाएगा।
सैय्यद अरीब अहमद, एसीपी ताज सुरक्षा


पुलिस ने बिना वर्दी के लपकों को पकडऩे का प्लान तैयार किया था, इसको अमल में लाया गया, इसका असर अब नजर आने लगा है, पांच सौ से अधिक लपकों पर कार्रवाई की गई है, जो जारी है।
नीलम राणा, थाना पर्यटक

जापान की एंबेसी ने दिया प्रशस्ति पत्र
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एक नजर
-एक साल में ताज से पकड़े लपके
500
-पर्यटन पुलिस ने गठित की टीमें
08
-लपकों के खिलाफ दर्ज किए मुकदमे
15