खतरनाक स्तर पर पहुंचा शहर का एक्यूआई लेवल
आगरा। ताजनगरी में एयर क्वालिटी का लेवल रविवार को बहुत खराब स्थिति में रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 325 दर्ज किया गया। अति सूक्ष्म कणों की मात्रा बढ़ने की वजह से वायु गुणवत्ता इतनी खराब स्थिति में पहुंची। आगरा देश का 12वां सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा।
शनिवार से अधिक दर्ज किया गया
सीपीसीबी द्वारा ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशनों पर एकत्र आंकड़ों के आधार पर देश के विभिन्न शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की जाती है। संजय प्लेस स्थित ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशन पर एकत्र आंकड़ों के अनुसार रविवार को आगरा में एक्यूआई 325 दर्ज किया गया। यह शनिवार के एक्यूआई 265 से अधिक था। सीपीसीबी के अनुसार वायु गुणवत्ता एक्यूआई 0-50 तक रहने पर अच्छी, 51-100 तक रहने पर संतोषजनक, 101-200 तक मध्यम, 201-300 तक रहने पर खराब और 301-400 तक रहने पर बहुत खराब रहती है।
मानक से कई गुना अधिक
रविवार को अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा 479 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गई। यह मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के आठ गुना से भी अधिक है। वायु गुणवत्ता की दृष्टि से यह खतरनाक स्थिति है। इस स्थिति में अधिक समय तक रहने पर सांस रोग हो सकते हैं। कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 118 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई। यह मानक चार माइक्त्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के 29 गुना से अधिक रही।
318 तक पहुंचा था एक्यूआइ
छह जनवरी को आगरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 318 तक पहुंच गया था। उस दिन अति सूक्ष्म कणों (पीएम2.5) का अधिकतम स्तर 500 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया था, जो खतरनाक स्थिति है।
क्त्रम, शहर, एक्यूआइ
1, बल्लभगढ़, 421
2, ग्रेटर नोएडा, 377
3, गाजियाबाद, 374
4, नोएडा, 370
5, मुरादाबाद, 366
6, बुलंदशहर, 364
7, कानपुर, 359
8, लखनऊ, 357
मेरठ, 357
9, फरीदाबाद, 350
10, दिल्ली, 348
11, वाराणसी, 336
12, आगरा, 325