आगरा। जिले में एटीएम की व्यवस्था लंबे समय से बिगड़ी हुई है। शहर में अलग-अलग बैंकों के सात सौ से अधिक एटीएम हैं। स्थिति ये है कि शाम के बाद काफी एटीएम के शटर डाउन हो जाते हैं। लोग परेशानी झेलते रहें, लेकिन किसी को कोई परवाह नहीं। साथ ही कभी सर्वर की दिक्कत तो कभी अन्य कारणों से एटीएम खराब भी रहते हैं।


एटीएम से बैरंग लौटे लोग
एटीएम का मतलब यही है कि किसी भी समय निर्धारित लिमिट में लोग अपना पैसा निकाल सकें लेकिन ऐसा नहीं होता है। महीने के दूसरे गुरुवार से लेकर सोमवार तक अवकाश है, शहर में किसी भी एटीएम में नकदी नहीं थी। कई खराब पड़े थे। निजी बैंकों के एटीएम में सुबह धनराशि थी लेकिन दोपहर तक खत्म हो गई। ऐसे में लोगों को परेशान होकर बैरंग लौटना पड़ा। यह स्थिति एक दिन की नहीं है, बल्कि हमेशा की हो गई है।


एटीएम का फायदा क्या
सिकंदरा क्षेत्र में रहने वाले लोकेश भाटी ने बताया कि आवश्यक कार्य के लिए नकदी की जरूरत थी। कई एटीएम में गए, लेकिन खाली हाथ लौटना पड़ा। लायर्स कॉलोनी में रहने वाली डौली शर्मा ने बताया कि मेडिकल स्टोर से दवा लेनी थी। एटीएम से पैसा नहीं मिला। कई मेडिकल स्टोर पर जाने के बाद एक स्टोर पर पेटीएम से भुगतान की सुविधा मिली। अगर एटीएम की यही स्थिति रहनी है तो फायदा ही क्या है।


ये भी रहती है दिक्कत
काफी लोगों ने मोबाइल में पेटीएम, गूगल-पे आदि वॉलेट एप डाउनलोड किए हुए हैं। लेकिन बड़ी संख्या में दुकानदार वॉलेट एप से धनराशि नहीं लेते हैं और नकदी ही मांगते हैं। एटीएम से नकदी नहीं मिलती है तो लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। कई पेट्रोल पंप पर भी पीओएस मशीन खराब बता रही थी।


दोस्तों से मांगी मदद
दयालबाग के रहने वाले डॉ। विशेष राजपूत दिल्ली गेट स्थित पैट्रोल पंप पर ऑयल लेने के बाद कैश नहीं होने पर मशीन से पेय करने की कोशिश की, लेकिन जब मशीन से कैसे डिडेक्ट नहीं हुआ तो दोस्त से मदद लेनी पड़ी, ऐसे में एटीएम में भी कैश नही मिला।