आगरा(ब्यूरो)। इनके पास सैकड़ों व्हीकल्स का स्टॉक पड़ा है और वह रोक को हटाए जाने की मांग को लेकर कमिश्नर से लेकर पुलिस कमिश्नर के चक्कर काट रहे हैं। इसी संबंध में मंगलवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने ई-सर्वे किया। जिसमें लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी राय शेयर की। प्रस्तुत है इस पर एक रिपोर्ट

आज से प्रभावी होगा आदेश
पुलिस उपायुक्त नगर ने 10 जनवरी से ई-रिक्शा और ई-ऑटो के पंजीयन पर रोक लगाए जाने के आदेश दिए थे। इस क्रम में मंगलवार को एआरटीओ प्रशासन एनसी शर्मा ने एक लेटर जारी किया है। जिसमें शहरी क्षेत्र में इनके पंजीयन पर रोक लगाए जाने के आदेश जारी किए हैं। वहीं देहात क्षेत्र में 27 जनवरी से रोक प्रभावी होगी। यह निर्णय शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को लेकर लिया गया है। पुलिस प्रशासन की हुई बैठक में माना गया कि शहर में ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शाओं के कारण अक्सर जाम की स्थिति रहती है। स्थानीय लोगों की परेशानी के साथ ही टूरिस्टभी प्रभावित हो रहे हैं।

लगभग 70 हैं डीलर
शहर में लगभग 70 ई-वाहनों के डीलर हैं। जिनमें से 40 एक्टिव हैं। डीलरों के मुताबिक 250 से 300 ई-रिक्शा और 200 से 250 ई-ऑटो का स्टाक है। मुश्किल इस बात की है कि पंजीयन बंद हो जाने के कारण इन वाहनों का क्या होगा। इसी परेशानी के चलते डीलरों ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से इनके रजिस्ट्रेशन पर रोक न लगाए जाने की मांग की है।

ट्रैफिक व्यवस्था से पड़ता है बेड इंपेक्ट
ई-रिक्शा और ई-ऑटो की अधिकता के कारण टूरिस्ट की नजरों में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर बेड इंपेक्ट पड़ रहा है। अगर और वाहनों का रजिस्ट्रेशन कराया गया तो शहर की यातायात व्यवस्था और खराब हो जाएगी। रजिस्ट्रेशन पर रोक आज से आगरा नगर निगम और नगर पंचायत स्वामी बाग व दयालबाग सीमा क्षेत्र पर लागू है, वहीं आगरा ग्रामीण क्षेत्र के लिए 27 जनवरी के बाद रजिस्ट्रेशन नहीं कराए जाएंगे।

आदेश के क्रम में सभी डीलर्स को पत्र के माध्यम से सूचित कर दिया गया है। 10 जनवरी से एक भी ई-रिक्शा और ई-ऑटो रजिस्टर्ड नहीं होगा। - एनसी शर्मा, एआरटीओ प्रशासन