पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल

तीन आरोपियों ने युवती के साथ की थी पार्टी, अय्याशी के लिए दो दोस्तों को सौंपा

आगरा। सेंट्रल जेल के पास बेहोशी की हालत में मिली युवती को उसके तीन दोस्तों ने ही बाइक सवारों को अय्याशी के लिए सौंपा था। उससे पहले देहली गेट पर उन्होंने पार्टी की थी, जिसमें युवती को शराब के साथ नींद की गोलियां दीं गईं। मंगलवारक ो पुलिस ने पांचों आरोपियों को मंगलवार को जेल भेज दिया।

ई-रिक्शा चलाते थे आरोपी अभियुक्त

पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता में एसएसपी बबलू कुमार ने बताया युवती ने अपने बयान में गणेश और उसके दोस्त मोहन उर्फ मु़कुल का नाम लिया था। हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर गणेश और मोहन ने काड़ा उर्फ सद्दाम का नाम लिया। काड़ा ने पूछताछ में अपने दोस्तों आकाश और विजय के नाम पुलिस को बताए। पूछताछ में गणेश ने बताया कि युवती उसकी दोस्त थी। उसके शादी से इंकार करने पर युवती की काड़ा उर्फ सद्दाम से गहरी दोस्ती हो गई थी। तीनों ई-रिक्शा और आटो चालक हैं। भगवान टाकीज चौराहे से सवारियां बैठाते थे। युवती भी वहीं फुटपाथ पर रहती थी। इसके चलते उससे दोस्ती हो गई थी।

साजिश के तहत किशोरी को पिलाई शराब

सद्दाम ने बताया कि नाला बुढ़ान सैय्यद निवासी आकाश और विजय उसके दोस्त हैं। दोनों एसी मैकेनिक हैं। उन्होंने किसी लड़की से मिलवाने की कहा था। साजिश के तहत वह 24 अक्टूबर की शाम युवती को पार्टी के बहाने अपने साथ दिल्ली गेट लेकर आए। यहां युवती को बिरयानी और शराब की पार्टी दी। इस दौरान युवती को शराब में नींद की गोलियां दे दीं। योजना के तहत पार्टी के दौरान आकाश और विजय वहां आ गए। तीनों ने युवती को उन्हें सौंप दिया। वह युवती को बाइक पर बीच में बैठाकर अपने साथ ले गए।

फंसने की आशंका पर झाडि़यों में फेंकी युवती

विजय और आकाश ने पुलिस को बताया कि युवती के साथ उन्होंने भी रास्ते में रुककर शराब पी थी। उसे सेंट्रल जेल की झाडि़यों में सूनसान जगह पर ले जा रहे थे। इसी बीच युवती की हालत बिगड़ने लगी और वह बेहोश हो गई। अपने फंसने की आशंका पर दोनों उसे झाडि़यों के पास उतारकर भाग गए थे।

अपहरण, गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज

एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि जांच के बाद सीसीटीवी फुटेज में बाइक सवारों के चेहरे गणेश और मोहन से न मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू की। इसमें साफ हो गया कि घटनाक्रम में पांच आरोपी शामिल थे। युवती को भले ही आकाश और विजय लेकर गए थे, लेकिन तीनों दोस्तों ने युवती की शराब में धोखे से नींद की गोलियां मिलाई थीं। उन्हें बाइक सवारों के इरादे का भी पता था। पांचों आरोपितों को अपहरण, जहरखुरानी, आपराधिक साजिश और गैरइरादतन हत्या की धारा में जेल भेजा गया है।

आरोपी युवकों को मिले सख्त सजा

फिरोजाबाद के नारखी थाना क्षेत्र के रहने वाले युवती के चाचा को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव सौंप दिया। चाचा ने गांव में उसका अंतिम संस्कार किया। उनका कहना था कि आरोपियों को सख्त सजा मिले, जिससे कि कोई और किसी की बेटी के साथ ऐसा न कर सके।

पांचों अभियुक्तों को भेजा गया जेल

-ई-रिक्शा चालक गणेश उर्फ रिंकू निवासी सिकतरा गांव एत्मादपुर

-ई-रिक्शा चालक मोहन निवासी गिहारा बस्ती वजीरपुरा, हाल पता भगवान टाकीज ओवरब्रिज के नीचे

-आटो चालक काड़ा उर्फ सद्दाम निवासी सैय्यद पाड़ा, लोहामंडी

-आकाश और विजय निवासी नाला बुढ़ान सैय्यद, हरीपर्वत

30 सीसीटीवी खंगाले, 50 लोगों से पूछताछ

एसएसपी ने बताया कि पहले दिन पीडि़ता अपना नाम नहीं बता सकी थी। इसलिए पुलिस ने उसे फेंकने वालों का सुराग लगाने के लिए सीसीटीवी को चेक करना शुृरू किया। पुलिस ने 30 सीसीटीवी कैमरों को चेक किया। इसके अलावा फुटपाथ पर रहने वाले 50 से ज्यादा लोगों से युवती का फोटो दिखाकर जानकारी की। ज्यादातर लोगों ने गणेश का नाम बताया। इससे पुलिस को सुराग मिले। युवती के बयान के बाद स्थिति स्पष्ट हो गई। इसमें एसपी सिटी बौत्रे रोहन प्रमोद, सीओ रितेश कुमार, इंस्पेक्टर बैजनाथ सिंह, इंस्पेक्टर अजय कौशल और क्राइम ब्रांच प्रभारी कमलेश सिंह के नेतृत्व में टीमें लगाई गई थीं।

दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवती की मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना आया है। श्वांस नली में उल्टी के कण जाने से फेफड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचना बंद हो गया, इससे दिल का दौरा पड़ा, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद युवती 33 घंटे तक जीवित रही थी।

युवती की इमरजेंसी में हालत

-25 अक्टूबर की दोपहर तक बातचीत कर रही थी।

-पुलिस और मजिस्ट्रेट को अपना बयान भी दिया।

-दोपहर बाद उसकी हालत अचानक खराब हुई और उसे वेंटीलेटर पर लेना पड़ा था।

-26 अक्टूबर को तड़के तीन बजे उसने दम तोड़ दिया था।

फोरेंसिक जांच को रखे ये साक्ष्य

-पुलिस ने युवती के पोस्टमार्टम की वीडियो रिकाìडग कराई है।

-युवती की स्लाइड-विसरा परीक्षण के लिए उसकी उल्टी के नमूने।

-जिससे फोरेंसिक जांच में यह पता चल सकेगा कि उसे कौन सी गोली या जहर दिया गया था।

-युवती के कपड़े।

पकड़े गए पांचों आरोपियों पर अपहरण, जहरखुरानी, आपराधिक साजिश और गैरइरादतन हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। मंगलवार को उन्हें जेल भेजा गया है। वहीं किशोरी के कपड़े और स्लाइड-विसरा परीक्षण के लिए भेजा गया है।

बबलू कुमार,एसएसपी