महिला मरीज का नाक के रास्ते दूरबीन विधि से किया गया आपरेशन

अछनेरा निवासी मरीज की हालत गंभीर, कम हो गई रोशनी

ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। गुरुवार को चार मरीज भर्ती हुए। एक महिला मरीज का आपरेशन कर नाक से ब्लैक फंगस निकाला गया। इसे जांच के लिए भेजा गया है।

एसएन में जयपुर हाउस निवासी 53 साल की महिला भर्ती हुईं, उनका कोरोना संक्रमित होने पर निजी अस्पताल में इलाज चला। ब्लैक फंगस संदिग्ध होने पर मेडिसिन विभाग के डा। मनीष बंसल ने ईएनटी विभाग के डा। अखिल प्रताप सिंह को रेफर कर दिया। उन्होंने रात में ही महिला मरीज का दूरबीन विधि से नाक के रास्ते आपरेशन कर साइनस से ब्लैक फंगस को निकाला। इसे जांच के लिए भेजा गया है। शाहगंज निवासी 65 साल की महिला मरीज को भर्ती किया गया है। वहीं, अछनेरा निवासी 40 साल के मरीज को आंख की रोशनी कम होने पर भर्ती किया गया है। आंख में सूजन भी है। एक और मरीज रात में भर्ती हुआ। एसएन मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस के छह मरीज भर्ती हैं।

प्रारंभिक लक्षण होने पर ही करा लें जांच

एसएन के मेडिसिन विभाग के डा मनीष बंसल ने बताया कि कोरोना से ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस की समस्या बढ़ रही है। नाक से खून आना, आंखों में सूजन, आंख के नीचे सूजन, रोशनी कम होने की समस्या होने पर तुरंत परामर्श ले लें। प्रारंभिक अवस्था में इलाज से ब्लैक फंगस ठीक हो सकता है। एम्फोटेरेसिन बी इंजेक्शन भी उपलब्ध हैं। एसएन में मरीजों का निश्शुल्क इलाज किया जा रहा है।