आगरा। अब कार में चलना और भी आसान होगा। न कार चलाने का झंझट होगा और ना ड्राइवर की आवश्यकता रहेगी। डीईआई (दयालबाग एजुकेशन इंस्टीट्यूट) में इंजीनियरिंग फैकल्टी के स्टूडेंट्स ने ऐसी कार का अविष्कार किया है, जो बिना चालक सड़कों पर फर्राटा भरेगी। सिर्फ आपको कंप्यूटर सिस्टम पर अपने जाने वाली जगह का डाटा फीड करना होगा। और फिर कार बताए हुए रास्ते से चलते हुए आपको संबंधित जगह पर पहुंचा देगी।

कंप्यूटर में फीड होगा प्रोग्राम

यह कार कंप्यूटर तकनीक के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान पर सुरक्षित सफर कराएगी। कंप्यूटर में ऑर्डिनो माइक्रो कंट्रोलर पर प्रोग्राम कोड किया जाता है। बैटरी से मिली पॉवर से कार ऑटो स्टार्ट की जाती है। इसे संचालित करने के लिए कंप्यूटर पर ऑर्डिनो की एप्लीकेशन इंस्टॉल की जाती है। इससे ऑटोमैटिक कार को ऑपरेट करने का कार्य किया जाता है।

अभी मॉडल दिखाया है

डीईआई की इंजीनियरिंग संकाय में 100 वर्ष पूरे होने पर शनिवार को स्टूडेंट्स ने प्रोटोटाइप में दर्जनों अविष्कार किए हुए मॉडल पेश किए। इसमें इंजीनियरिंग संकाय के छात्र-छात्राओं ने ऑटोमेटिक कार का प्रोटोटाइप प्रस्तुत किया। प्रोफेसर भगवान दास के नेतृत्व में कामरान खान, उदित गुप्ता, उत्सव मित्तल, जितेन्द्र कुमार, भक्ति सहगल, मोहित चौधरी, महिमा चौधरी महिमा यादव के सहयोग से बनी कार प्रदर्शनी में चर्चा का विषय रही।